प्रधानमंत्री का दौराः वाराणसी पहुंची एसपीजी की टीम, सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
प्रधानमंत्री का दौराः वाराणसी पहुंची एसपीजी की टीम, सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
वाराणसी, 10 दिसंबर । श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने के लिए 13 दिसंबर को शहर में आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त सर्तकता बरती जा रही है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की कमान स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के अधिकारियों ने अपने हाथ में ले ली। दोपहर में एक महत्वपूर्ण बैठक में एसपीजी के अफसरों ने जिला और पुलिस प्रशासन के शीर्ष अफसरों से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गहन विमर्श किया। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश के साथ प्रधानमंत्री के सभी कार्यक्रम स्थल और आने-जाने के मार्ग को परखा। इस दौरान एसपीजी के अफसर राजघाट से ललिताघाट और रविदास घाट तक गंगा नदी में भी मोटर बोट के सहारे सुरक्षा बिंदुओं को परखते रहे। अफसरों ने उन्हें गंगा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जानकारी दी।
एसपीजी के अधिकारियों ने कहा कि वीवीआईपी आगमन के चलते शहरी लोगों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। वीवीआईपी रूट प्लान तैयार होगा जिसमें यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो। टीम ने काशी विश्वनाथ मंदिर, स्वर्वेद महामंदिर धाम और डीरेका को अपने निगरानी में ले लिया।
अपने संसदीय क्षेत्र में दो दिवसीय प्रवास पर आ रहे प्रधानमंत्री की सुरक्षा जल-थल-नभ तीनों जगहों से होगी। सुरक्षा व्यवस्था के पहले घेरे की कमान एसपीजी, दूसरे में एनएसजी एवं एटीएस कमांडो संभालेंगे। तीसरे में केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारी और नौसेना के अलावा पुलिस, पीएसी एवं सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के 11 हजार से अधिक जवान तैनात रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी 13 दिसंबर को पूर्वांह में वाराणसी पहुंचेंगे। बाबतपुर एयरपोर्ट से सीधे वायुसेना के चापर से सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में बने हेलीपैड पर उतरेंगे। यहां से कड़ी सुरक्षा के बीच वाहनों के काफिले में सड़क मार्ग से काशी के कोतवाल कालभैरव मंदिर जाएंगे। दरबार में दर्शन पूजन कर काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण के लिए राजघाट पहुंचेंगे और क्रूज पर सवार होकर काशी विश्वनाथ धाम के घाट पर आएंगे। यहां करीब ढाई घंटे तक पूजा अर्चना एवं संतों से संवाद के बाद क्रूज से ही संत रविदास घाट जाएंगे। यहां से सड़क मार्ग से वे बरेका अतिथि गृह पहुंचेंगे। शाम को संत रविदास घाट से ही वे क्रूज पर सवार होकर घाटों पर सजने वाली देव दीपावली और गंगा आरती को निहारेंगे। फिर रात्रि विश्राम के लिए डीरेका गेस्ट हाउस जाएंगे।
श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दिन सोमवार 13 दिसंबर को नगर की सबसे बड़ी किराना मंडी बंद रहेगी। व्यापारी समाज ने लोकार्पण समारोह में साक्षी बनने के लिए ये निर्णय लिया है। वाराणसी किराना व्यापार समिति के अध्यक्ष मनोज पाण्डेय ने बताया कि इस अद्भुत दिन को दीपावली, देव दीपावली की तरह शिव दीवाली के रूप में मनाएंगे। सभी व्यापारी अपने-अपने घरों को रंगीन लाइटों एवं दीपों से सजाएंगे।