स्कूल के सामने बमबाजी मामले में एक गिरफ्तार व दस बाल अपचारी पुलिस अभिरक्षा में
स्कूल के सामने बमबाजी मामले में एक गिरफ्तार व दस बाल अपचारी पुलिस अभिरक्षा में
प्रयागराज, 27 जुलाई । शहर के स्कूलों में आए दिन बमबाजी की घटना मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया एवं दस बाल अपचारियों को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है।
इस मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी शैलेश पाण्डेय ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि बीते 22 मई को सिविल लाइन स्थित बिशप जॉनसन स्कूल के छात्रों के मध्य आपस में मारपीट के दौरान बम फेंके गये थे। जिसमें 10-15 अज्ञात लोगों पर मु.अ.सं.261/22 धारा 286 भादंवि दर्ज किया गया था।
इसी प्रकार संगम क्षेत्र हनुमान मंदिर के पास 04 जुलाई को जन्मदिन मना रहे युवकों पर बम से हमला हुआ था, जिसमें मु.अ.सं.150/22 धारा 147, 148, 149, 307, 504, 506, 286 भादंवि थाना दारागंज में 5-6 अज्ञात में मुकदमा दर्ज हुआ था। 15 जुलाई को पतंजलि ऋषिकुल में छात्रों मध्य आपसी विवाद में बमबाजी हुई और 22 जुलाई को सिविल लाइन स्थित बीएचएस के मुख्य गेट पर बमबाजी हुई। 25 जुलाई को सिविल लाइन के बिशप जानसन स्कूल के बाहर बमबाजी हुई। इन मामलों में सुधांशू मिश्रा पुत्र धनन्जय मिश्रा निवासी संग्राम सिंह हास्पिटल के पास बेली कालोनी थाना कैंट एवं दस बाल अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि बाल अपचारियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि बीएचएस के छात्रों द्वारा इंस्टाग्राम के माध्यम से बनाये गये ग्रुप के बीच आपसी वर्चस्व को लेकर घटनाएं हुई। बताया गया कि बीएचएस एवं बिशप जानसन के कुछ छात्रों ने जगुआर नाम से इंस्टाग्राम पर ग्रुप बनाया। इस ग्रुप से जुड़े लड़के अन्य लड़कों से जबरन पैसों की वसूली करते थे। आए दिन विरोधी लड़कों के साथ समूह बनाकर मारपीट करते थे। इसी ग्रुप को काउंटर करने के लिए कुछ छात्रों द्वारा इमोर्शल नाम से ग्रुप बनाया गया। अपने ग्रुप का प्रभाव दर्शान के लिए अन्य ग्रुप के लड़कों में दहशत पैदा करने के उद्देश्य से यह लड़के मारपीट की घटना करने के दौरान वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड करते थे।
इसी प्रकार बीएचएस व बिशप जानसन के ही छात्रों द्वारा एक अन्य ग्रुप तांडव के नाम से संचालित किया जा रहा था। यह ग्रुप पिछले एक वर्ष से अधिक समय से सक्रिय है। इसमें करीब सौ सदस्य हैं। इनके कब्जे से अवैध देशी बम, दो स्कूटी, दस मोबाइल आदि बरामद हुए हैं। इस मामले का ख्ुलासा एवं गिरफ्तार करने वालों में थाना प्रभारी सिविल लाइन, प्रभारी निरीक्षक दारागंज, थानाध्यक्ष शिवकुटी एवं एसओजी प्रभारी आशीष कुमार के नेतृत्व में गिरफ्तारी हुई।