एक राष्ट्र एक चुनाव एक लोकतांत्रिक दिशा में क्रांतिकारी कदम : हरीश द्विवेदी
एक राष्ट्र एक चुनाव एक लोकतांत्रिक दिशा में क्रांतिकारी कदम : हरीश द्विवेदी

बस्ती, 19 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के नेता व असम प्रभारी हरीश द्विवेदी ने शनिवार को यहां वन नेशन वन इलेक्शन विषय पर प्रबुद्ध समागम को संबोधित करते हुए कहा कि "भारत जैसे विशाल लोकतंत्र में बार-बार चुनावों से न केवल विकास बाधित होता है, बल्कि आर्थिक और प्रशासनिक संसाधनों पर भी अत्यधिक दबाव पड़ता है।
हरीश द्विवेदी ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव एक ऐसा कदम है जो राष्ट्र की एकता, स्थिरता और सुशासन को मजबूती प्रदान कर सकता है। यह केवल एक चुनावी व्यवस्था नहीं, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल हो सकती है।"
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष विवेकानन्द मिश्र ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव देश के संसाधनों के संरक्षण के साथ-साथ राजनीतिक पारदर्शिता को भी बढ़ावा देगा। इससे जनता बार-बार के चुनावी प्रचार से मुक्त होगी। देश एकजुट होकर आगे बढ़ेगा।
अभियान के समन्वयक और पूर्व जिलाध्यक्ष पवन कंसौधन ने विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा, "यह विचार केवल एक सुझाव नहीं, बल्कि एक जरूरी सुधार है। यदि हम विकास की गति को बनाए रखना चाहते हैं तो राजनीतिक स्थिरता आवश्यक है और उसके लिए चुनाव प्रणाली में परिवर्तन समय की मांग है।"
कार्यक्रम में वक्ताओं ने सुझाव दिया कि इस प्रणाली को लागू करने से पूर्व एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कुछ राज्यों में एक साथ चुनाव कराए जा सकते हैं। साथ ही एक सर्वदलीय समिति बनाकर सभी राजनीतिक दलों से व्यापक चर्चा कर आम सहमति बनाई जाए। संविधान में आवश्यक संशोधन कर इसे कानूनी रूप देने की प्रक्रिया भी प्रस्तावित की गई।