अब यूपी में सिफारिश नहीं, योग्यता पर मिलती है नौकरी : CM योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने 106 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 16 का शिलान्यास किया
संतकबीरनगर, 12 सितम्बर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को संतकबीर नगर में 219 करोड़, 52 लाख रुपये लागत की 106 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 25 करोड़ 42 लाख रुपये लागत की 16 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने संतकबीर नगर जेल का लोकार्पण किया और कहा कि जेल अपराधियों के लिए मौज-मस्ती का केंद्र नहीं बननी चाहिए।
योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में राजनीतिक कारणों से विकास संबंधी घोषणाएं तो होती थीं, लेकिन उनका क्रियान्वयन नहीं हो पाता था। आज अगर कोई नौकरी को नीलाम करने का प्रयास करेगा तो वह नौकरी को नहीं लेकिन अपने घर को जरूर नीलाम करा देगा। अब यूपी में नौकरी सिफारिश पर नहीं, योग्यता पर मिलती है।
उन्होंने कहा कि विकास जनता की प्राथमिक आवश्यकता है। विकास से ही हर व्यक्ति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। विकास की जिस आकांक्षा से 24 वर्ष पूर्व संत कबीर नगर जनपद बना था, पूर्ववर्ती सरकारों ने उसकी कोई सुधि नहीं ली। संतकबीर नगर की पहचान बाबा कामेश्वरनाथ धाम और महान सूफी संत कबीर दास जी के साथ जुड़ी है। आज संत कबीर नगर में लगभग 245 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण दर्शाता है कि अब यह जनपद विकास की गाथा लिखते हुए आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कि पहले कोई सुधि लेने वाला नहीं था। मात्र राजनैतिक घोषणाएं होती थीं। वास्तव में विकास से ही हर व्यक्ति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी सरकार हर जिले में एक नया मेडिकल कॉलेज बनाने की दिशा में गतिशील है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में जनपद के मगहर में 'कबीर पीठ' का निर्माण लगभग संपन्न हो चुका है। शीघ्र ही शुभ तिथि में लोकार्पित होगा। एक जिम्मेदार सरकार जवाबदेही के साथ कार्य करती है। जवाबदेही को बनाए रखने के लिए ही मैं संतकबीरनगर जनपद में आया हूं।
श्री योगी ने कहा कि बेहतर प्रबंधन से उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है। मैं उन सभी स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना वॉरियर्स, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं मीडियाकर्मियों का अभिनंदन करता हूं, जिन्होंने इस महामारी के दौरान अनवरत जनता-जनार्दन की सेवा की। उन्होंने जोड़ा कि यदि सपा, बसपा और कांग्रेस के समय में यह महामारी आई होती तो क्या होता? महामारी की जो विभीषिका आज केरल, महाराष्ट्र व दिल्ली में देखने को मिली, उत्तर प्रदेश में भी वही स्थिति होती।
पिछली सरकारों में विकास कार्य भाई-भतीजावाद और जातिवाद की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इन दुर्गुणों के चंगुल में फंस कर रह जाते थे। अंतत: इसका खामियाजा प्रदेश के नागरिकों को भुगतना पड़ता था। प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए यूपी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। इस शृंखला में हमारी सरकार एक नई नीति लेकर आई है, जिसके अंतर्गत प्रदेश के सभी 75 जनपदों में मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले विकास के लिए लोगों को आवाज बुलंद करनी पड़ती थी। परंतु आज बाबा कामेश्वर नाथ धाम में भी पर्यटन विकास की योजनाएं काम कर रही हैं। जो बचे हुए विकास कार्य हैं, उन्हें भी यूपी सरकार आगे बढ़ाने का कार्य करेगी।