मां लक्ष्मी साइकिल पर नहीं, कमल पर बैठ कर आती हैं : स्मृति ईरानी

जिनकी साइकिल पंचर हो रही है वो तिलमिला रहे हैं : स्मृति ईरानी

मां लक्ष्मी साइकिल पर नहीं, कमल पर बैठ कर आती हैं : स्मृति ईरानी

प्रयागराज, 21 फरवरी । प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी एवं कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के समर्थन में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मीरापुर सब्जी मंडी तिराहे पर जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मां लक्ष्मी साइकिल पर नहीं, कमल पर बैठ कर आती हैं, इसलिए कमल का बटन दबाएं और विकास रूपी लक्ष्मी को अपने घर लाते हुए भाजपा के नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी को भारी मतों से विजयी बनाएं।



उन्होंने कैबिनेट मंत्री को भगवान श्रीराम और भगवान भोलेनाथ का सेवक बताते हुए 27 फरवरी को उनके पक्ष में मतदान करने की अपील की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये चुनाव निर्धारित करेगा कि गुंडाराज वापस आएगा या कमल के संरक्षण में हर कोई मुस्कुराएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जिनकी साइकिल पंचर हो रही है वो तिलमिला रहे हैं।

भारत माता के जयकारे से गौरव का एहसास



केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जनसभा में विपक्ष पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि सपा के राज में नागरिकों ने ये मंजर देखा कि भारत को भाग्य विधाता और जननी मानने से सपा के एक नेता ने इनकार कर दिया और अपने स्कूल में जन गण मन... गाने से इनकार कर दिया। आज निःस्वार्थ मन से जब भारत माता की जयकारा कोई भी नागरिक करता है तो गौरव का एहसास होता है कि निडर समाज भारतीय जनता समाज पार्टी के कारण अपनी जन्मभूमि को हर रोज प्रणाम करता है कि देश ने प्रधान सेवक को चुना।

महादेव को प्रसन्न करना हो तो पहले नन्दी को बोलना पड़ता है

केंद्रीय मंत्री ने मीरापुर में आयोजित जनसभा में भाजपा प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी को भगवान शिव का सेवक नन्दी बताया। कहा कि राम की लीला देखिए नाम राम का, चुनाव नन्दी का। जिस दिन आई हूं, वह दिन महाकाल में शिवजी की नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। कहते हैं कि महादेव को प्रसन्न करना हो तो पहले नन्दी को बोलना पड़ता है। इसीलिए आज महादेव के एक भक्त नन्दी से कहने आई है कि आप इस चुनाव में मात्र भाजपा के प्रतिनिधि नहीं हैं, बल्कि हर उस गरीब परिवार के प्रतिनिधि हैं, जिन्हें पिछले 19 महीने मुफ्त का राशन मिला। ताकि कोरोना से प्रभावित राष्ट्र में कोई भी गरीब भूखे पेट न सोए।

राम मंदिर बनाने का संकल्प हो रहा पूरा



स्मृति ईरानी ने कहा कि ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि आज जिस प्रयागराज की पावन धरती से आशीर्वाद मांगने आई, इसी धरती से कई महापुरुषों ने बिना मांगे बहुत कुछ पाया। उन्होंने कहा यह संघर्ष मात्र अधिकारों की लड़ाई नहीं थी, वाद विवाद का संघर्ष नहीं था बल्कि बहुतों ने अपने प्राणों की आहुति दी, सपा के राज में लाठी खाई, गोली खाई मौत के घाट राम भक्त उतारे गए। तब भी समाज ये कहता रहा कि जहां जन्म हुआ श्री राम का मंदिर वहीं बनाएंगे। उपहास के भागी बने हम, सपा और कांग्रेस कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। तारीख बताने वाला देश का प्रधान गरीब सेवक बनता है। जो कहता है कि बहुमत होने के बाद भी संविधान के सम्मान में हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे, लेकिन मंदिर तो वहीं बनाएंगे।

जो प्रभु श्रीराम का अस्तित्व नकारते थे, वो अब जनेऊ पहन कर मंदिर जा रहे



उन्होंने कहा कि एक तरफ विपक्ष संविधान, सुप्रीम कोर्ट और धार्मिक इंसाफ के सामने घुटने टेकता है और दूसरी तरफ वो कांग्रेस पार्टी जो प्रभु श्रीराम का अस्तित्व नकारती है। आज उनका वारिस जनेऊ पहनकर मंदिर-मंदिर घूम रहा है। हमारा सौभाग्य है कि भव्य राम मंदिर के निमार्ण में अहम भूमिका निभाने का आशीर्वाद प्रभु श्री राम ने प्रधान सेवक को, आपके प्रतिनिधि योगी आदित्यनाथ को दिया।

राम राज्य की कल्पना का मतलब सभी का उत्थान

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राम राज्य की कल्पना मतलब हर महिला का सम्मान, बड़ों का सम्मान, युवा का उत्थान, समाज का उत्थान। इसलिए आज नन्दी की ओर से कहने आई हूं, कि ये चुनाव मात्र एक विधानसभा का चुनाव नहीं है। ये चुनाव निर्धारित करेगा कि गुंडाराज वापस आएगा या कमल के संरक्षण में हर बच्चा मुस्कुराएगा, हर बेटी लहलहाएगी, सम्मान के साथ स्कूल और कॉलेज जाएगी। आज राम राज्य की जब हम बात करते हैं तो वह ऐसी कल्पना है कि जिसमें संरक्षण होता है गुंडों का नहीं, गरीब का।

उन्होंने कहा कि ये चुनाव निर्धारित करेगा कि आने वाला समय हमारी बहू बेटियों के लिए सुरक्षित समय है कि नहीं, गरीब को उसका राशन, उसका अधिकार पूर्णतः मिलेगा या नहीं। जिनकी साइकिल पंचर हो रही है वो तिलमिला रहे हैं। जनता जनार्दन सुरक्षा देने और समाज को विकसित करने वाली सरकार बनाना चाहती है और जब साधारण नागरिक विकास की परिकल्पना करता है तो उस विकास को लक्ष्मी के स्वरूप में जानता है और पाता है। लक्ष्मी का स्वभाव है कि लक्ष्मी जब घर आती है तो साइकिल पर बैठ कर नहीं, कमल पर बैठ कर आती हैं। इसलिए लक्ष्मी को घर लाना है तो कमल पर बटन दबाना है।

नन्दी ने कहा कि उन्होंने जो कहा वो करके दिखाया। वे प्रयागराज के नेता नहीं, बल्कि बेटे हैं। प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र का एक-एक घर उनका परिवार है। मंत्री नन्दी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का स्वागत एवं अभिनन्दन किया। इस अवसर पर पूर्व एमएलसी डॉ. यज्ञ दत्त शर्मा, वरिष्ठ नेता योगेश शुक्ला, बृजेश मिश्रा, मध्य प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष, हरीश त्रिपाठी, साहिल अरोरा, ओपी द्विवेदी, मंडल अध्यक्ष रन विजय सिंह, अभिषेक ठाकुर मंडल उपाध्यक्ष आदि मौजूद रहे।