रुचि चौहान हत्याकांड का खुलासा : पुलिस ने प्रेमी को उसकी पत्नी संग तीन को दबोचा
रुचि चौहान हत्याकांड का खुलासा : पुलिस ने प्रेमी को उसकी पत्नी संग तीन को दबोचा
लखनऊ, 21 फरवरी । पुलिस मुख्यालय में तैनात महिला आरक्षी रुचि सिंह की हत्या का खुलासा पुलिस ने सोमवार दोपहर को कर दिया है। हत्या के मामले में रुचि सिंह के प्रेमी को उसकी पत्नी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
डीसीपी पूर्वी अमित आनंद ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर यह बताया कि एक महिला की लाश 17 फरवरी को पीजीआई थाना क्षेत्र के कल्ली पश्चिम नाले में मिली थी। मृतका की पहचान पुलिस ने पुलिस मुख्यालय में तैनात आरक्षी रुचि सिंह के रुप में हुई है। महिला मूलरुप से बाराबंकी जनपद के आसंद्रा की रहने वाली थी। 12 फरवरी से महिला सिपाही लापता था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 19 फरवरी को थाना सुशांत गोल्फ सिटी में दर्ज हुई थी। पुलिस ने मृतका की पहचान की। उसके भाई की तहरीर पर पीजीआई थाने में हत्या का केस दर्ज किया गया था। डीसीपी पूर्वी की सर्विलांस और क्राइम ब्रांच टीम के साथ पीजीआई पुलिस के साथ मामले की जांच कर रही थी।
पुलिस ने रुचि सिंह की हत्या के आरोप में प्रतापगढ़ के रानीगंज तहसील में तैनात तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव, उसकी पत्नी व एक दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसमें तहसीलदार ने बताया कि महिला आरक्षी से उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिये पांच साल पहले हुई थी। उसने बताया कि उसने आरक्षी नीरज से प्रेम विवाह किया था और परिवारिक कारणों से उनमें तलाक होने वाला है। इसी बीच धीरे-धीरे दोनों में बातचीत हुई और रुचि सिंह उस पर शादी का दबाव बनाने लगी। चुंकि पद्मेश शादीशूदा था इसलिए वह उससे शादी नहीं करना चाहता था। लेकन वह उस पर दबाव बना रही थी इस पर उसने अपने अपनी पत्नी बाद उसने अपनी पत्नी प्रगति को बताया हम दोनों ने मिलकर उसे अपने रास्ते से हटाने की योजना बनायी। इसके तहत उसने अपने प्लान में पीजीआई निवासी नामवर सिंह को बताया। इसके बाद तीनों ने मिलकर उसे घटना वाली रात को दस नींद की गोलिया खिलाई। बेहोशी के बाद उन लोगों ने उसका गला दबाकर उसके सिर पर भारी वस्तू से प्रहार कर मार दिया। हत्या के बाद लाश को नामवर सिंह ने अपने वाहन में लादकर नाले में फेंक दिया गया है।
धीरे-धीरे दोनों करीब आ गए। पति को तलाक देने के बाद महिला सिपाही तहसीलदार पर शादी के लिए दबाव डाल रही थी। इससे आजिज आकर पद्मेश ने यह साजिश रची। उसने रुचि को फोन कर पीजीआई अस्पताल के पास बुलाया। पद्मेश व उसकेदोस्त नामवर ने उसे खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर दिया जिससे वह बेहोश हो गई। तब आरोपियों ने गला दबाकर उसकी जान ले ली थी। इसके बाद 12 फरवरी की रात को शव माती नाले में फेंककर भाग निकले थे। पुलिस ने रुचिक सिं की हत्या में उसके प्रेमी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।