चाईल्ड पीजीआई के इतिहास में पहली बार हुआ माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट
चिकित्सकों ने ह्रदय की जानलेवा बीमारी से बच्चे को दिलाई निजात
लखनऊ,02 जून । पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ नोएडा के इतिहास में पहली बार माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट किया गया। चाईल्ड पीजीआई नोयडा के कार्डियक सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट कर ह्रदय की जानलेवा बीमारी से बच्चे को निजात दिलाई है। यह एक जटिल प्रक्रिया होती है। इसमें खराब हुई माइट्रल वाल्व को हटा दिया जाता है और उसकी जगह एक कृत्रिम वाल्व लगा दी जाती है।
पीजीआईसीएच नोएडा के निदेशक प्रो. अजय सिंह ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि कार्डियक सर्जरी विभाग में एक 15 साल के बच्चे को सांस लेने की दिक्कत पिछले 4-5 वर्षों से थी। मरीज अप्रैल 2022 में संस्थान की ओपीडी में आया और जांच एवं मूल्यांकन के पश्चात उसके रोग का डायग्नोसिस किया गया। बच्चे की हार्ट रेट को कंट्रोल और रक्त को पतला करने के लिए लंबे समय से मेडिकेशन दी जा रही थी। अतः संस्थान के कार्डिएक चिकित्सकों द्वारा बच्चे को चिकित्सकीय रूप से अनुकूलित करते हुए सर्जरी के लिए तैयार किया गया और परिवार के सदस्यों को वाल्व रिप्लेसमेंट की प्रक्रिया के लिए तैयार किया गया।
विगत 10 मई 2022 को मरीज वाल्व बदल दिया गया। सर्जरी सामान्य हार्ट रेट के साथ 100 प्रतिशत सफल रही। अब मरीज को रक्त पतला करने के लिए दवा और उससे होने वाली कॉम्प्लिकेशंस जैसे अचानक मृत्यु, अंगों का पक्षघात, गैंग्रीन आदि समस्याओं से भी छुटकारा मिल गया है।
सर्जरी करने वाले शल्य चिकित्सकों की टीम में डॉ. मुकेश कुमावत, विभागाध्यक्ष कार्डियक सर्जरी विभाग, डॉ. धीरज शर्मा, डॉ अंकित ठकराल तथा एनेस्थीसिया टीम से डॉक्टर मुकुल कुमार जैन शामिल रहे।