महाकुम्भ : अस्पतालों के आईसीयू में पहली बार होगा हाईटेक एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम का उपयोग

महाकुम्भ : अस्पतालों के आईसीयू में पहली बार होगा हाईटेक एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम का उपयोग

महाकुम्भ : अस्पतालों के आईसीयू में पहली बार होगा हाईटेक एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम का उपयोग

-अस्थाई अस्पतालों में आने वाले मरीजों के साथ डॉक्टर्स संवाद में भाषा नहीं बनेगी बाधा -22 रीजनल व 19 इंटरनेशनल लैंग्वेज को समझकर डॉक्टर्स को मरीज की बात समझा सकेगा एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम-एआई की निगरानी करेंगे तीन वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी-आपात परिस्थितियों पर चंद सेकेंड्स में अलर्ट होंगे स्पेशलिस्ट -आर्मी और मेदांता हॉस्पिटल के विशेषज्ञ मिलकर आईसीयू में श्रद्धालुओं के लिए तैयार कर रहे अत्याधुनिक सुविधाएं

प्रयागराज, 08 दिसम्बर (हि.स.)। महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखभाल के लिए इस बार बेहद हाईटेक इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशानुरूप स्वस्थ और डिजिटल महाकुम्भ के सपने को साकार करने के लिए इस बार कई क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलीसेंज (एआई) का उपयोग किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में बन रहे अस्पतालों के आईसीयू में भी पहली बार हाईटेक एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह एआई मैसेजंग फ्लो सिस्टम देश या विदेश के किसी भी कोने से आने वाले रोगी की बात समझकर डॉक्टर को समझा सकता है।

यही नहीं, इसके अलावा आईसीयू में भर्ती किसी मरीज की हालत खराब होने की स्थिति में यह तत्काल डॉक्टर्स को अलर्ट भेजकर चिकित्सा इंतजाम सुनिश्चित करने की सुविधा प्रदान करेगा। महाकुम्भ में इस तरह की टेक्नोलॉजी का पहली बार इस्तेमाल किया जा रहा है, जो सीएम योगी के डिजिटल और स्वस्थ महाकुम्भ के विजन के अनुरूप है।

डॉक्टर व मरीज के बीच मीडिएटर का निभाएगा रोलमहाकुम्भ में श्रद्धालुओं से लेकर साधु-संतों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए 100 बेड के केंद्रीय अस्पताल के साथ ही झूंसी और अरैल समेत पूरे मेला क्षेत्र में 10 और अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। इन अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की बड़े पैमाने पर तैनाती की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी की मंशानुरूप महाकुम्भ के माध्यम से उत्तर प्रदेश की छवि को विश्व पटल पर आदर्श तरीके से प्रस्तुत करने के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी तमाम नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इसी क्रम में पहली बार श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए एआई का उपयोग किया जा रहा है। अस्पताल के आईसीयू में इसका उपयोग महत्वपूर्ण होगा, जो मरीजों और डॉक्टरों के बीच मीडिएटर की तरह काम करेगा।

40 से ज्यादा भाषाओं का कर सकेगा अनुवाद नोडल चिकित्सा स्थापना, महाकुम्भ मेला डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि महाकुम्भ नगर में सेंट्रल हॉस्पिटल के 10 बेड वाले आईसीयू में श्रद्धालुओं को यह सुविधा मिलेगी। यहां भर्ती मरीज के सिरहाने एक स्पेशल माइक लगाया जा रहा है, जो हाईटेक एआई टेक्नोलॉजी से लैस रहेगा। यह 22 रीजनल और 19 इंटरनेशनल लैंग्वेज को पलक झपकते ही हिंदी या अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर देगा। इससे डॉक्टर्स और मरीज के बीच भाषाई गैप नहीं होगा और समुचित इलाज की सुविधा प्रदान की जा सकेगी।

एआई इनेबल्ड कैमरे से होगी निगरानी उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त पूरे आईसीयू में एआई इनेबल्ड कैमरा भी इंस्टॉल किए जा रहे हैं। यह कैमरा मरीजों की स्थिति पर नजर रखेंगे। इनके माध्यम से तीन वरिष्ठ विशेषज्ञों की टीम आईसीयू की निगरानी कर पाएगी। यही नहीं, यह कैमरा किसी पेशेंट की स्थिति का आंकलन कर यदि उसे तुरंत डॉक्टर की मदद चाहिए, इसे भी रीड कर पाएगा। इस स्थिति को रीड करने के बाद वह तत्काल एक्टिव होगा और एक मैसेज जेनरेट करेगा, जो सीधे टीम लीडर तक पहुंचेगा। इसके बाद चंद सेकेंड्स में उस मरीज को चिकित्सीय मदद मिलने में सुविधा होगी।