लखनऊ : 84 दंगे की कांग्रेस पर सिखों का पोस्टर वार, लखीमपुर घटना में नहीं चाहिए सहानुभूति

लखनऊ : 84 दंगे की कांग्रेस पर सिखों का पोस्टर वार, लखीमपुर घटना में नहीं चाहिए सहानुभूति

लखनऊ : 84 दंगे की कांग्रेस पर सिखों का पोस्टर वार, लखीमपुर घटना में नहीं चाहिए सहानुभूति

लखनऊ, 06 अक्टूबर। राजधानी लखनऊ में एक बार फिर पोस्टर वार देखने को मिल रहा है। इस बार यह पोस्टर में सिखों ने 1984 में दंगा भड़काने व सिखों पर जुल्म ढाने वाली कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है। जनपद के चौक-चौराहों व अन्य स्थानों पर पोस्टर लगाकर कांग्रेस को चेताया है कि 84 दंगे के जिम्मेदारों से लखीमपुर के किसानों को सहानुभूति नहीं चाहिए।

गौरतलब है कि, लखीमपुर खीरी में हुए किसान आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा में मारे गए किसानों के समर्थन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने दो मुख्यमंत्रियों के साथ जनपद में जाने की इजाजत प्रशासन से मांगी थी। लेकिन राज्य सरकार ने धारा 144 लागू होने की बात कहते हुए उन्हें लखीमपुर जाने की अनुमति नहीं दी है। लखीमपुर जाने से पहले राहुल ने दिल्ली में एक प्रेसवार्ता भी इसको लेकर की है।


वहीं, उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के लखीमपुर घटना पर दी गई प्रतिक्रिया पर सिखों ने करारा जवाब दिया है। राजधानी में बुधवार को कांग्रेस पार्टी पर 1984 में दंगा कराने वाले पोस्टरों को जगह-जगह देखा गया। इन पोस्टरों से कांग्रेस पर वार करते हुए सिख समाज ने तंज कसते हुए कहा है कि 84 में कत्लेआम करने वालों का हम किसान भाईयो को उनका साथ नहीं चाहिए। हम न्याय की लड़ाई लड़ रहें हैं। हमें दंगे के जिम्मेदारों की कोई सहानभूति नहीं चाहिए। पोस्टर के नीचे रविन्द्र पाल सिंह अध्यक्ष गुरुनानक वाटिका कमेटी आलमबाग लिखा हुआ है। इस तरह अलग-अलग स्लोगन लिखे कई पोस्टर शहर के चौक-चौराहों पर लगाये गए हैं। इनमें सबसे तीखा स्लोगन "खून से भरा है दामन तुम्हारा, तुम क्या दोगे साथ हमारा, नहीं चाहिए साथ तुम्हारा ...... ।"

पोस्टर वार को लेकर पुलिस अलर्ट

लखनऊ में कांग्रेस पार्टी पर तीखे पोस्टर वार को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से राजधानी में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। करीब एक साल बाद राहुल गांधी लखनऊ आ रहे और उन्हें एयरपोर्ट से बाहर आने की अनुमति भी नहीं दी है। ऐहतियातन अमौसी हवाई अड्डे पर भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। वहीं पोस्टर मामले में भी किसी प्रकार से कानून व्यवस्था न बिगड़ने पाए इसकी निगरानी रखी जा रही है।