जन-जन तक पहुंचे कुम्भ अध्ययन कार्यक्रम : प्रो. संजय सिंह
जन-जन तक पहुंचे कुम्भ अध्ययन कार्यक्रम : प्रो. संजय सिंह

महाकुम्भ नगर, 22 फरवरी (हि.स.)। महाकुम्भ के सेक्टर-7 स्थित उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर में शनिवार को डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रो. संजय सिंह ने ‘कुंभ अध्ययन प्रमाण पत्र कार्यक्रम’ की सराहना की। उन्होंने इस कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल देते हुए मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत्यकाम के प्रयासों की प्रशंसा की।
प्रो. संजय सिंह ने मुक्त विश्वविद्यालय के शिविर में आकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने पुराने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि 2002-05 के दौरान जब उनके पिता प्रो. डीपी सिंह इस विश्वविद्यालय के कुलपति थे, तब उन्हें गंगा किनारे इस शिविर में आने का अवसर मिला था। उन्होंने मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा संगम क्षेत्र में सामाजिक जागरूकता फैलाने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के अवसर पर जब करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज आ रहे हैं, तो ‘कुम्भ अध्ययन प्रमाण पत्र कार्यक्रम’ को व्यापक सफलता मिलेगी। इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों को प्रवेश लेने की अपील की, जिससे वे कुम्भ के महत्व को समझ सकें।प्रो. सिंह ने बताया कि सामाजिक जागरूकता को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ, मुक्त विश्वविद्यालय के साथ मिलकर कार्य करने को तत्पर है। प्रो. सिंह पूर्व में बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति रह चुके हैं। इससे पूर्व शिविर पहुंचने पर नोडल अधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह भदौरिया ने प्रो. संजय सिंह और अन्य अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने प्रो. सिंह को कुम्भ अध्ययन प्रमाण पत्र कार्यक्रम की विशेषताओं से अवगत कराया।