कानपुर : सौ साल बाद कनाडा से भारत आई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति, दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का लगा तांता
15 नवम्बर को काशी पहुंचेगी मूर्ति, दुर्लभ प्रजाति की मूर्ति हुई थी चोरी
कानपुर, 13 नवम्बर । ब्रिटिश काल में दुलर्भ प्रजाति की अन्नपूर्णा देवी की मूति जो वाराणसी से चोरी हुई थी वह अब भारत आ गई है। इस मूर्ति को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मन की बात में जिक्र किया था। भारत आने के बाद अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति की शोभा यात्रा निकाली जा रही है और शनिवार को कानपुर में मां अन्नपूर्णा देवी के दर्शन के लिए तपेश्वरी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लग गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से करीब 120 वर्ष पहले बनारस से चोरी हुई मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति भारत लाई जा सकी। भारतीय जनता पार्टी इन दिनों मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति की शोभा यात्रा निकाल रही है और यह शोभा यात्रा शनिवार को कानपुर पहुंच गई। शहर के तपेश्वरी मंदिर में पहुंची मां अन्नपूर्णा देवी की मूर्ति को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जमने लगी और तांता लग गया। श्रद्धालुओं ने दुर्लभ प्रजाति की इस मूर्ति के दर्शन किये और अपने सुख समृद्धि की मनोकामना रखी। तपेश्वरी मंदिर में मां का पूजन कर आरती की गई। श्री कृष्ण दीक्षित उर्फ बड़े जी ने कहा कि ब्रिटिश काल में बनारस से मां अन्नपूर्णा की मूर्ति चोरी हो गई थी जो कनाडा में मिली जिसे भारत लाकर पुन: स्थापना की तैयारी की जा रही है। ठाकुर शैली सिंह चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की संस्कृति को लगातार बढ़ाने के लिए प्राचीन मूर्तियों पर ध्यान दे रहे हैं उसी के अंतर्गत उनका प्रयास है जिसके कारण मां,भारत आ पाई हैं। दीक्षित ने बताया कि यह शोभा यात्रा उन्नाव, लखनऊ, बारांबकी होते हुए अयोध्या जाएगी। वहां से वाराणसी जाएगी जहां पर 15 नवम्बर को शोभा यात्रा का समापन होगा और इस दुर्लभ प्रजाति की मूर्ति की वाराणसी में पुन: स्थापना की जाएगी। इस दौरान उपेंद्र शुक्ला, अतुल गुप्ता, अनूप चौधरी, मोहन दीक्षित, वीरेंद्र द्विवेदी, नीलू दुबे, डॉ प्रतिमा शर्मा, रंजन द्विवेदी आदि मौजूद रहें।