महाकुम्भ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संगम में पवित्र  स्नान कर अक्षयवट व बड़े हनुमान जी के किए दर्शन

महाकुम्भ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संगम में पवित्र  स्नान कर अक्षयवट व बड़े हनुमान जी के किए दर्शन

महाकुम्भ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संगम में पवित्र  स्नान कर अक्षयवट व बड़े हनुमान जी के किए दर्शन

  महाकुम्भ नगर, 10 फ़रवरी (हि.स.)। सनातन संस्कृति के सबसे बड़े मानव समागम महाकुम्भ में उमड़ रहे आस्था और श्रद्धा के महासागर में सोमवार को महाकुम्भ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर अक्षयवट का दर्शन-पूजन कर संपूर्ण चराचर के कल्याण की प्रार्थना की। इसके बाद उन्होंने बड़े हनुमान जी मंदिर में श्रद्धा-भाव से पूजा-अर्चना कर जगत कल्याण के लिए प्रार्थना की

भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रयागराज महाकुम्भ में मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की त्रिवेणी के पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाकर पूरी दुनिया को एकता और सामाजिक समरसता का संदेश दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच महामहिम द्रौपदी मुर्मु ने पूरी आस्था के साथ त्रिवेणी संगम में स्नान किया। पावन डुबकी लगाने से पहले राष्ट्रपति ने त्रिवेणी संगम में पुष्प और नारियल अर्पित किया और भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर प्रणाम किया। उन्होंने मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की अराधना करते हुए एक के बाद एक, कई बार पवित्र जल में डुबकी लगाई। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण और श्लोकों के बीच उन्होंने संगम स्थल पर पूजा अर्चना की और संगम की आरती भी उतारी।

त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने से पूर्व राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सपरिवार विधिवत पू्जा अर्चना की। संगम में स्नान से पहले राष्ट्रपति ने सबसे पहले पूर्ण आस्था के साथ जल को स्पर्श कर आशीर्वाद लिया। उसके बाद पवित्र जल में फूल माला और नारियल अर्पित कर समस्त राष्ट्र की समृद्धि और शांति की मनोकामना की। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।