लक्ष्मी नारायण यज्ञ में हिस्सा लेने से कई जन्मों के नष्ट हो जाते हैं पाप:श्री जियर स्वामी 

लक्ष्मी नारायण यज्ञ में हिस्सा लेने से कई जन्मों के नष्ट हो जाते हैं पाप:श्री जियर स्वामी 

लक्ष्मी नारायण यज्ञ में हिस्सा लेने से कई जन्मों के नष्ट हो जाते हैं पाप:श्री जियर स्वामी 

महाकुम्भ नगर,07 फरवरी (हि.स.)। जिसका सौभाग्य होता है वह प्रयागराज में आकर स्नान करता है और उससे भी बड़ा सौभाग्य होता है कि प्रयागराज में श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ में हिस्सा लेने का मौका मिलता है। यह उद्गार शुक्रवार को प्रयागराज महाकुम्भ मेले के सेक्टर 8 में श्री जियर स्वामी के शिविर में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ मंडप में भक्तों को संबोधित करते हुए श्री जियर स्वामी जी महाराज ने व्यक्त किया।

स्वामी जी महाराज ने कहा कि 84 लाख योनियों में भ्रमण करने के बाद मानव योनि में शरीर मिलता है। इसे व्यर्थ काटना उचित नहीं है। हरि नाम संकीर्तन में ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करना चाहिए। लक्ष्मी नारायण यज्ञ में हिस्सा लेने से कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं तथा उन पर श्री लक्ष्मी नारायण भगवान की कृपा बनी रहती है।

श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ के संबंध में जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा ने बताया कि शुक्रवार को कलश यात्रा बड़े धूमधाम से निकली गई, गाजे बाजे के साथ हजारों की संख्या में महिला पुरुष भक्तों ने हिस्सा लिया। पहले स्वामी जी के सानिध्य में वैदिक मंत्र के बीच पूजन कराया गया, उसके बाद में सभी श्रद्धालु यज्ञ मंडप से गंगा घाट की ओर प्रस्थान किये। वहां से अपने-अपने कलश में जल लेकर यज्ञ मंडप की ओर आए। यज्ञ मंडप से लेकर गंगा घाट तक बहुत बड़ी लंबी लाइन लग चुकी थी। काफी संख्या में बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ आदि जगहों से भक्त कलश यात्रा में हिस्सा लेने हेतु पहुंचे हुए है।