ब्रम्हलीन महन्त नरेन्द्र गिरी के मोबाइल में छिपा अहम राज

ब्रम्हलीन महन्त नरेन्द्र गिरी के मोबाइल में छिपा अहम राज

ब्रम्हलीन महन्त नरेन्द्र गिरी के मोबाइल में छिपा अहम राज

प्रयागराज, 23 सितम्बर । उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में ब्रम्हलीन हो चुके अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त नरेन्द्र गिरी के मोबाइल फोन में कई राज छिपे हैं। महन्त की हुई रहस्यमय मौत के बाद से पुलिस उनके मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर जांच के लिए भेजा है। कहीं ऐसा तो नहीं उनके मोबाइल में कोई महत्पूर्ण जानकारी तो नहीं है। उनके सुसाइट नोट को कई संत फर्जी मान चुके हैं।


महन्त की हुई रहस्य मौत के बाद मौके से मिले सुसाइट नोट पुलिस पहले छिपा रही थी। उसे दिखाने से बच रही थी। सबसे अहम सवाल हो रहा है कि अचानक वायरल कर दिया। जार्जटाउन थाने में दर्ज मुकदमे में तहरीर देने वाले शिष्य ने मात्र आनन्द गिरी का नाम क्यों उजागर किया। यदि सुसाइट नोट को यहीं उनके शिष्य सहीं मान रहे थे तो उसमें मौजूद हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी एवं उसके बेटे संदीप तिवारी का नाम तहरीर में क्यों नहीं दिया गया।

बायन से पलटे बलवीर गिरी

महन्त की मौत की खबर एवं सुसाइट नोट वायरल होने के बाद उनके शिष्य बलवीर गिरी ने उनकी लिखावट की पुष्टि करने के लिए मीडिया में बयान जारी कर दिया। लेकिन कौन सी ऐसी परिस्थिति अचानक आ गई कि वह अपने बयान से मुकर गये। सुसाइट नोट को फर्जी बताने लगे। कहीं ऐसा तो नहीं घटनास्थल का वीडियों वायरल होने के भय से तो नहीं पलट गए।

महन्त की मोबाइल से पुलिस को मिला एक वीडियो

महन्त नरेन्द्र गिरी के कमरे से पुलिस ने उनके मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया और कहीं ऐसा तो नहीं उनके फोन में कोई ऐसा राज तो नहीं छिपा है। जिसकी जानकारी होते ही बलवीर गिरी अपने बयान से पलट गए। सूत्रों की माने तो पुलिस को महन्त की मोबइल से कुछ अहम सबूत मिला है। जिसे पुलिस सुरक्षित करते हुए गोपनीय रखा हुआ है। सूत्र की माने पुलिस को उनके मोबाइल से भी एक वीडियो मिला है। लेकिन पुलिस अधिकारी इसे पूरी तरह से इनकार कर रहें है।