सावन के पहले दिन शिवालयों में हर-हर महादेव के गूंजे जयकारें

सावन के पहले दिन शिवालयों में हर-हर महादेव के गूंजे जयकारें

सावन के पहले दिन शिवालयों में हर-हर महादेव के गूंजे जयकारें

कानपुर, 26 जुलाई । सावन के पहले दिन शिव भक्तों ने शिवालयों में पहुंच कर शिव जी की आराधना व पूजा की। कानपुर के काशी कहे जाने वाले परमट स्थित आनंदेश्वर मंदिर में देर रात से ही भक्तों का सैलाब देखने को मिला।


ग्वालटोली क्षेत्र के परमट स्थित आनंदेश्वर मन्दिर के पुजारी अजय पुरी ने बताया कि मंदिर परिसर में आने वाले सभी भक्तों को कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन कराते हुए प्रवेश दिया जा रहा है। सावन के पहले सोमवार के दिन शिव मंदिर में भक्तों ने दूध, बेलपत्र व धतूरा आदि चढ़ाकर कोरोना रूपी दैत्य से निजात दिलाने के लिए भगवान शंकर की आराधना की।

महंत ने बताया कि जनपद का आनंदेश्वर मन्दिर कई वर्षों पुराना मंदिर है। इस मंदिर की ये भी मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से यहां पर 40 दिन दर्शन करने आता है तो शिव जी उसकी मनोकामना को जरूर पूर्ण करते है।

चकेरी क्षेत्र के सिद्धनाथ मन्दिर के महंत अरुणपुरी महाराज का कहना है कि भगवान शंकर की आराधना के सावन माह में जो भी भक्त सच्चे मन से पूजा अर्चना करता है, तो शिव जी उसकी मनोकामना को जरूर पूर्ण करते है। सावन में व्रत रखने से मनुष्य के रोग दोष से मुक्ति मिलती है साथ ही नई ऊर्जा का भी लाभ मिलता है।


आचार्य व ज्योतिषाचार्य पंडित विशाल द्विवेदी का कहना है कि जिन लड़कियों के विवाह में विघ्न आ रहा हो तो वो सावन के चार सोमवार व्रत रहकर शिव आराधना करें, जिससे भगवान शंकर प्रसन्न होकर उन्हें मन चाहा वर देते है।