देशवासियों की स्मृति में सदैव जीवित रहेंगे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह : सीएम शिवराज

भोपाल पहुंचा दिवंगत ग्रुप कैप्टन का पार्थिव देह, मुख्यमंत्री ने पुष्प-चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

देशवासियों की स्मृति में सदैव जीवित रहेंगे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह : सीएम शिवराज

भोपाल, 16 दिसम्बर । दिवंगत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर सेना के विमान से गुरुवार को अपरान्ह बेंगलुरु से भोपाल के स्टेट हैंगर पहुंचा, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्टेट हैंगर पर दिवंगत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रुप कैप्टन के शौर्य को देश कभी भुला नहीं सकता। वे प्रदेश और देशवासियों की स्मृति में सदैव जीवित रहेंगे।

स्टेट हैंगर पर मुख्यमंत्री चौहान दिवंगत वरुण सिंह के परिजन से भी मिले और उन्हें सांत्वना दी। इसके बाद कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह स्टेट हैंगर से उनके निवास के लिए रवाना हुई। मुख्यमंत्री चौहान भी इस यात्रा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह भारत माता के सच्चे सपूत थे। देश-प्रदेश और भोपाल को उन पर गर्व है। उन्होंने मौत को कई बार मात दी। वे देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए शौर्य की नई गाथाएँ गढ़ गए। वे आज हमारे बीच नहीं हैं। मैं प्रदेशवासियों की ओर से शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूँ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी स्मृतियों को अक्ष्क्षुण रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा शहीद कैप्टन वरुण सिंह के परिवार से विचार-विमर्श कर इस प्रकार की गतिविधि संचालित की जाएगी, जो आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति की प्रेरणा देती रहे। उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि अर्पित की जाएगी। साथ ही परिवार के सदस्य को शासकीय सेवा में स्थान देने का प्रस्ताव भी है।


स्टेट हैंगर पर जन-प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने पुष्प-चक्र अर्पित कर वीर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग एवं विधायक रामेश्वर शर्मा, कलेक्टर अविनाश लवानिया, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर इरशाद वली सहित मिलिट्री और पैरामिलिट्री फोर्स के अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

उल्लेखनीय है कि 8 दिसम्बर को सीडीएस हैलीकॉप्टर हादसे में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बैंगलुरू के सैनिक अस्पताल में इलाज चल रहा था। बुधवार, 15 दिसम्बर को सुबह ग्रुप कैप्टन जिंदगी की जंग हार गए। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ बैरागढ़ स्थित विश्राम घाट पर दोपहर 11 बजे किया जाएगा।

दिवंगत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ तमिलनाडु के वेलिंगटन में सेवारत थे। उनके पिता सेना से रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह और मां उमा सिंह भोपाल में एयरपोर्ट रोड, सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के मूल निवासी थे। करीब 20 साल पहले उनके पिता ने भोपाल में अपना निवास बनाया। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के छोटे भाई तनुज भी नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं।