फतेहपुर : ससुर खदेरी नदी उफनाने से डूबा पुल, बाढ़ से दर्जनों गांवों से सम्पर्क टूटा

गंगा में भी बढ़ रहा पानी, कछार के गांवों पानी घुसा

फतेहपुर : ससुर खदेरी नदी उफनाने से डूबा पुल, बाढ़ से दर्जनों गांवों से सम्पर्क टूटा

फतेहपुर, 17 सितम्बर । जिले में लगातार हो रही बारिश से नदियां उफान पर हैं। नदियों के कछार क्षेत्र के गांवों में पानी घुसने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार ससुर खदेरी नदी पर स्थित कोट पुल के ऊपर से पानी बहने लगा। जिससे वाहनों का आवागमन बंद हो गया। इससे तमाम गांवों का संपर्क कट गया है। लोग लंबी दूरी तय करके जरूरी काम निपटाने को मजबूर हैं। गंगा भी उफान की ओर है। आज दोपहर तक गंगा का जलस्तर 99.570 मीटर पहुंचा चुका है जबकि यमुना का जलस्तर 89.170 मीटर रिकार्ड किया गया।

बताते चलें कि, खागा तहसील क्षेत्र में खखरेरू से कोट की तरफ जाने वाली ससुर खदेरी नदी में तीन दिन से पानी बढ़ रहा है। आज इस नदी में पानी का उफान इस कदर बढ़ गया कि कोट गांव स्थित ससुर खदेरी नदी के पुल के ऊपर से पानी बहने से करीब दो दर्जन गांवों का संपर्क मार्ग कट गया है। पानी से भरे पुल के खतरे को देखते हुए वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है। कोट गांव के लोगों का कहना है कि यह पुल बहुत पुराना है जो काफी नीचे है जैसे ही नदी में पानी बढ़ता है वैसे ही पुल डूब जाता है और पुल के दोनो ओर के दर्जनों गांवों के लोगों का सम्पर्क टूट जाता है। कई किलोमीटर घूम कर रिश्तेदारों के यहां आना जाना हो पाता है।


ससुर खदेरी की तरह गंगा व यमुना भी खतरे की घंटी बजा रही हैं। अगर इसी तरह बारिश होती रही तो दोनों नदियों के किनारे बसे गांव में तबाही आ सकती है। गंगा का खतरे का निशान 100.860 मीटर है। इस लिहाज से गंगा खतरे के निशान से मात्र एक मीटर से भी कम में बह रही हैं। वहीं यमुना नदी में भी पानी बढ़ता जा रहा है।वैसे अभी तक यमुना नदी में (खतरे का निशान 100 मीटर) पानी अभी खतरे के निशान से लगभग 03 मीटर नीचे बताया जा रहा है।

गंगा कछार के गुनीर गांव निवासी जयसिंह ने बताया कि गंगा में पानी बढ़ता जा रहा है। गंगा किनारे बसे कई गांवों के अंदर पानी घुस चुका से यदि बारिश होती रही तो गांव छोड़कर जाना पड़ सकता है। लेकिन अभी किसी तरह काम चल रहा है। सबसे अधिक जानवरों के लिए दिक्कत हो रही है।