देश-विदेश के बाजार को तुलसी उपलब्ध कराएंगे झांसी के किसान!

देश-विदेश के बाजार को तुलसी उपलब्ध कराएंगे झांसी के किसान!

देश-विदेश के बाजार को तुलसी उपलब्ध कराएंगे झांसी के किसान!

झांसी में तुलसी के निर्यात आधारित क्लस्टर को विकसित करने का तैयार किया गया प्रस्ताव

कलस्टर बनाने वाले एफपीओ को 50 हेक्टेयर पर सरकार 5 साल में देगी 10 लाख रुपये का अनुदान

झांसी, 15 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार झांसी में तुलसी की खेती से जुड़े किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए निर्यात आधारित क्लस्टर शुरू कराने की तैयारी कर रही है। इससे यहां तुलसी उगाने वाले किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सकेगा और तुलसी की खेती के लिए किसान प्रोत्साहित होंगे। इस सम्बंध में झांसी से जिला स्तरीय क्लस्टर सुविधा इकाई ने प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति को भेजा है।

विश्व बैंक की मदद से चलाई जा रही यूपी एग्रीज योजना के अंतर्गत झांसी में तुलसी का निर्यात आधारित क्लस्टर तैयार किया जाना है। क्लस्टर के प्रस्ताव को राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति से मंजूरी मिलते ही निर्यात आधारित क्लस्टर बनाने का काम शुरू हो जाएगा। एक क्लस्टर का क्षेत्रफल 50 हेक्टेयर का होगा। एफपीओ यानि किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से तुलसी उत्पादकों का यह क्लस्टर तैयार किया जाएगा। तुलसी की उपज पर आधारित क्लस्टर विकसित करने वाले एफपीओ को पांच वर्षों में दस लाख रुपये का अनुदान मिलेगा। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेगी। योजना के शुरू हो जाने के बाद झांसी की तुलसी को राष्ट्रीय स्तर का बाजार उपलब्ध हो सकेगा। इसका विदेशों में भी निर्यात हो सकेगा।

झांसी के ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक प्रखर कुमार ने बताया कि तुलसी के निर्यात आधारित क्लस्टर बनाने का प्रस्ताव तैयार कर राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति को भेजा गया है। इस क्षेत्र में तुलसी के उत्पादन से जुड़कर किसानों की आमदनी में बढोत्तरी हो सकती है। इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिलते ही जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनेगी और क्लस्टर तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा। तुलसी की उपज से जुड़े किसानों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।