रामोत्सव मंच पर सांस्कृतिक सुरों की शाम, प्रभु श्रीराम की महिमा का गुणगान

रोशनी चकाचौंध से निखर उठी अयोध्या, दिल बाग-बाग

रामोत्सव मंच पर सांस्कृतिक सुरों की शाम, प्रभु श्रीराम की महिमा का गुणगान

अयोध्या, 22 जनवरी । हर तन में हर भक्त के मन में जपता एक नाम- जय श्रीराम। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में रामोत्सव मंच पर अनूठा संगम देखने को मिला। सोमवार सायं ऐसी सांस्कृतिक सुरों की शाम सजी कि प्रत्येक हृदय में अयोध्या विराज गई। रामोत्सव-लोकोत्सव एकाकार हो गए। हनुमान गढ़ी से शंखघोष हो रहा था तो सरयू की लहरें नृत्य कर रही थीं।



रामोत्सव मंच पर संस्कृति मंत्रालय के क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से मनमोहक सांस्कृतिक छटा बिखेरी। वहीं मालिनी अवस्थी ने स्वर लहरियों से प्रभु श्रीराम की महिमा का गुणगान किया तो कन्हैया मित्तल ने भी भक्ति की रसधार बहाई। प्रभु श्रीराम के स्वर्णिम आंगन से लेकर तुलसी उद्यान, रामकथा पार्क, राम की पैड़ी समेत पूरी अयोध्या की आकर्षक फूलों से हुई सजावट देख दिल बाग-बाग हो रहा था। भक्तों को सुखद अनुभूति करा रहा था। रंग-बिरंगी झालरों की जगमगाहट से मानो अयोध्या निखर उठी हो। नजारा ऐसा कि निगाहें बरबस ही देखते जा रही थीं। वहीं भक्त जयकारा लगाने के साथ गोता लगा रहे थे। मंदिर के अंदर सुगंधित फूल और माला की सजावट की खुशबू अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।