माघ मेला में 'जय श्रीराम' के साथ जल जीवन मिशन के पंडाल का हुआ शुभारम्भ

माघ मेला में जल जीवन मिशन के पंडाल के जरिए उप्र में ग्रामीण जलापूर्ति व्यवस्था में आई क्रांति, झांकी का प्रदर्शन

माघ मेला में 'जय श्रीराम' के साथ जल जीवन मिशन के पंडाल का हुआ शुभारम्भ

प्रयागराज, 22 जनवरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व का परिणाम है कि जल जीवन मिशन के तहत उप्र के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या को कम किया जा रहा है। जिस तरह से जल जीवन मिशन पूरे यूपी में ग्रामीणों के जीवन में बदलाव ला रहा है, उसकी एक झांकी माघ मेले में देखने को मिलेगी और लोग रूबरू होंगे।

अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मौके पर सोमवार को जल जीवन मिशन के पंडाल का श्री गणेश किया गया। जल जीवन मिशन उत्तर प्रदेश के कार्यकारी निदेशक बृजराज यादव ने पूरे विधि विधान के साथ इस पंडाल का शुभारम्भ किया। पंडाल में लगाई गई आठ एलईडी स्क्रीन पर रामानंद सागर कृत रामायण धारावाहिक का प्रसारण किया गया। साथ ही अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग भी इन स्क्रीन पर की गई। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पश्चात शाम को सुंदरकांड का पाठ एवं भंडारे का भव्य आयोजन हुआ।

--शुभारम्भ के मौके पर राममय हुआ पंडाल

जल जीवन मिशन उप्र के पंडाल का माघ मेले में सोमवार को जब श्री गणेश हुआ तो अयोध्या में श्री राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा का अद्भुत अवसर भी साथ ही था, जिससे पूरा वातावरण राममय हो गया। पंडाल में हर घर नल से जल योजना के मॉडल विलेज को भी प्रदर्शित किया गया है। जिसके जरिए बताया गया है कि किस तरह से एक आदर्श गांव में हर घर नल से जल योजना प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति कर रही है। इसके तहत जल संरक्षण की जागरूकता के प्रयास से कैसे ग्रामीण न केवल शुद्ध पेयजल की आपूर्ति का लाभ उठा रहे हैं, बल्कि जल संरक्षण में मदद भी कर रहे हैं। इन सारे बिंदुओं को बहुत ही सार्थक तरीके से इस मॉडल विलेज में दर्शाया गया है।

-म़ॉडल विलेज के साथ सेल्फी लेने की होड़

पंडाल में हर घर नल से जल योजना के मॉडल विलेज के साथ सेल्फी लेने की होड़ मची रही। मॉडल विलेज में नल के साथ सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है। इस सेल्फी प्वाइंट पर हजारों की संख्या में लोगों ने सेल्फी ली। यहां आए लोगों को जल संरक्षण की जानकारी भी दी गई। साथ ही बताया गया कि हर घर नल से जल योजना के तहत जो पानी घरों में पहुंचता है, वो कितना शुद्ध होता है। इस पानी को शुद्ध करने के लिए कितनी प्रक्रिया से गुजारा जाता है।