असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है दशहरा : मंत्री नन्दी

बुराई कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, अच्छाई के सामने ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकती : नन्दी

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है दशहरा : मंत्री नन्दी

प्रयागराज, 14 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने प्रदेशवासियों को दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें दी हैं। उन्होंने कहा कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, अच्छाई के सामने ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकती। दुर्गा पूजा एवं दशहरा का पर्व हर्ष एवं उल्लास का तथा असत्य पर सत्य की जीत है।

नन्दी ने कहा कि इस दिन रावण का वध कर यह संदेश दिया जाता है कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, अच्छाई के सामने ज्यादा दिनों तक टिक नहीं सकती। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम सत्य, मर्यादा, न्याय, शांति, परोपकार और लोक कल्याण हेतु समर्पित थे। नैतिक, मानवीय और सामाजिक मूल्यों के प्रतीक मर्यादा परुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन सद्मार्ग पर चलने एवं आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करता है। विजयादशमी का पर्व हमें आशा, उत्साह और ऊर्जा के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का संदेश देता है।

मंत्री नन्दी ने प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर्व पारस्परिक सद्भाव, आपसी भाईचारा एवं शांतिपूर्ण तरीके से हर्षोल्लास के साथ मनायें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुये प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितान्त आवश्यक है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा तरीका एक-दूसरे से दूरी बनाये रखना है।


शहर दक्षिणी विधायक नन्दी ने आज महापौर अभिलाषा गुप्ता के साथ ललिता देवी मंदिर में जाकर माथा टेका व आशीर्वाद लिया। उन्होंने विधि-विधान से पूजा अर्चन कर लोक कल्याण की कामना की। इसके पूर्व मंत्री नंदी ने बुधवार की रात अपने शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में स्थापित पूजा पंडालों में जाकर मां दुर्गा की पूजा व आराधना की। उन्होंने नैनी के इंदलपुर दांडी में नवयुवक दुर्गा पूजा कमेटी के पंडाल में मां दुर्गा की पूजा कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष दीप चन्द्र पासी, मुन्ना प्रधान, मूल चन्द्र, छेदी लाल पासी, रजनीकांत आदि मौजूद रहे। नन्दी ने नवमी तिथि पर लोक कल्याण की कामना के साथ हवन कुंड में आहुति दी। वहीं देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन कर आशीर्वाद लिया।