चलने-फिरने में अक्षम श्रद्धालु भी सुगमता से कर सकेंगे मां विंध्यवासिनी का दर्शन
नवरात्र भर विंनध्यवासिनी मंदिर पर नहीं जलेगा दीपक, कमिश्नर ने लगाई फटकार
मीरजापुर। चैत्र नवरात्र पर चलने-फिरने में अक्षम श्रद्धालु भी मां विंध्यवासिनी का सुगमता से दर्शन-पूजन कर सकेंगे। इसके लिए न्यू वीआइपी व पुरानी वीआइपी मार्ग पर व्हीलचेयर रखा जाएगा। श्रद्धालु व्हीलचेयर के माध्यम से आसानी से विंध्यवासिनी मंदिर तक पहुंच सकेंगे।
मंडलायुक्त योगेश्वरराम मिश्र ने रविवार की रात विंध्याचल पहुंचकर नवरात्र मेला तैयारी को लेकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विंध्यवासिनी मंदिर की सीढ़ियों पर दीपक जलते देख मंडलायुक्त ने तीर्थ पुरोहित को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि नवरात्र भर मंदिर पर दीपक नहीं जलाया जाएगा। नवरात्र बाद दीपक स्थल को विस्थापित किया जाएगा। कुछ दुकानदार आगे बढ़कर दुकान लगा रखे थे। मंडलायुक्त ने दुकानदारों को फटकार लगाई। पुरानी वीआइपी मार्ग पर चौड़ाई के साथ टेंट व दरी बिछाने का निर्देश दिया। पक्का घाट, न्यू वीआइपी रोड पर आरसीसी सड़क निर्माण का भी निरीक्षण किया। पहले विंध्यवासिनी मंदिर पर मुंडन संस्कार होता था। अब श्रद्धालु गंगा घाटों पर मुंडन संस्कार करा सकेंगे।
नाव हादसा रोकने के लिए मंडलायुक्त ने कहा कि नाव संचालन के लिए नाविकों को नगर पालिका से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए नाविकों को आधार कार्ड, फोटो व तीन सौ रुपये शुल्क देना होगा। इसके बाद 50 रुपये नवरात्र का शुल्क देना होगा। विंध्याचल में कुल 74 नाविक हैं। मंडलायुक्त ने नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह को अटक चौक पर प्रकाश व्यवस्था कराने का निर्देश दिया।
एडीएम वित्त एवं राजस्व शिवप्रताप शुक्ल ने कहा कि ध्वनि विस्तारक यंत्र गंगा घाटों पर दोगुना कर दिया जाए। गंगा घाटों पर एलाउंसमेंट पक्का घाट से होगा और दूसरा एलाउंसमेंट थाना कोतवाली रोड से होगा। इस दौरान जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, ईओ नगर पालिका ओमप्रकाश, एक्सीयन विद्युत विभाग मनोज यादव, पीडब्ल्यूडी के एक्सीयन आदि थे।