अक्षय पुण्य पाने को पंचकोसीय और तीन वन परिक्रमा में उमड़ा भक्तों का सैलाब

दिन से लेकर देरशाम तक चलता रहा भक्तों का रैला, वातावरण हुआ कृष्णमय

अक्षय पुण्य पाने को पंचकोसीय और तीन वन परिक्रमा में उमड़ा भक्तों का सैलाब

मथुरा, 12 नवम्बर। कोरोना काल के बाद मथुरा नगरी में शुक्रवार अक्षय पुण्य पाने को श्रद्धालुओं का सैलाब पंचकोसीय परिक्रमा एवं तीन वन परिक्रमा में देखने को मिला। परिक्रमार्थी बेहद खुश नजर आए। उमंग ताजगी के साथ कान्हा की नगरी में चारों ओर मानव श्रृंखला देखने को मिली। वहीं, तीन वन परिक्रमा में श्रद्धालुओं ने मथुरा, वृंदावन गरुड़ गोविंद की परिक्रमा कर अक्षय पुण्य कमाया। देरशाम तक भी भक्त हरिनाम संकीर्तन और राधे-राधे जपते हुए परिक्रमा कर पुण्य लाभ कमा रहे हैं।
ऐसी मान्यता है कि अक्षय नवमी पर वृंदावन, मथुरा और गरुड़ गोविंद (तीन वन) की 15 कोसीय परिक्रमा करने से भक्त को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। अक्षय नवमी पर परिक्रमा को लेकर मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने अपने मामा कंस का वध करने से पहले बलराम के साथ इस परिक्रमा को किया था। इसके बाद उन्होंने कार्तिक शुक्ल पक्ष की दशमी को कंस के अखाड़े रंगशाला में उसका वध किया। इसी भावना के साथ अक्षय नवमी पर अक्षय पुण्य कामना के साथ मथुरा के पंचकोसीय परिक्रमा मार्ग पर भक्तों को रैला उमड़ पड़ा।

शुक्रवार तड़के से ही हजारों भक्त अक्षय पुण्य कमाने के लिए पंचकोसीय परिक्रमा पर चल पड़े। कान्हा की नगरी के चारों ओर मानव श्रृंखला बन गई। परिक्रमा से पहले भक्तों ने विश्राम घाट पर यमुना स्नान और पूजन किया। इस दौरान विश्राम घाट, बंगाली घाट, रंगेश्वर महादेव मंदिर, डेंपियर नगर, भूतेश्वर, पोतराकुंड, सरस्वती कुंड, चामुंडा, गायत्री तपोभूमि, गोकर्ण नाथ, मोक्षधाम, गऊघाट पर भारी भीड़ रही। अक्षय फल की प्राप्ति के लिए हजारों श्रद्धालुओं ने कान्हा की लीला स्थली वृंदावन में भी डेरा डाल लिया।

अक्षय नवमी पर विशेष मान्यता के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु मथुरा-वृंदावन की जुगल जोड़ी और तीन वन की परिक्रमा के लिए यहां पहुंचे हैं। साल में अक्षय नवमी पर मथुरा की परिक्रमा लगाई जाती है। इसमें हाथरस, आगरा, मथुरा, फरीदाबाद, राजस्थान समेत दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं। यह परिक्रमा रात से ही शुरू हो चुकी है और देर रात तक चलेगी। वृंदावन व गोवर्धन की भी भक्त परिक्रमा लगा रहे हैं। परिक्रमा लगाने के लिए दूर-दराज से भक्त कान्हा की नगरी पहुंचे हैं। बदलते मौसम में हजारों श्रद्धालुओं ने परिक्रमा लगाई।

मुंबई से आए भक्त राधा-कृष्ण के विग्रह साथ लेकर पहुंचे और परिक्रमा लगाई। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर परिक्रमा मार्ग पर जगह-जगह पुलिस बल तैनात है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई स्थानों पर डाइवर्जन भी किया गया है। नगर निगम द्वारा यमुना किनारे परिक्रमा मार्ग पर बैरिकेडिंग की गई है।