कारगिल विजय दिवस पर मुख्यमंत्री ने शहीद रणबांकुरों को किया नमन
कारगिल विजय दिवस पर मुख्यमंत्री ने शहीद रणबांकुरों को किया नमन
वाराणसी, 26 जुलाई । कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ पर सोमवार को इस युद्ध में शामिल रहे सभी वीर सेनानियों के अदम्य साहस, वीरता और बलिदान को युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिये याद किया। जाबांज शहीद जवानों के शौर्य को नमन कर युवाओं ने उनके परिजनों के प्रति कृतज्ञता भी जताई।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर रणबांकुरों के शहादत को नमन कर विजय दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने लिखा 'अपने बलिदान से मां भारती का मस्तक उंचा करने वाले भारतीय सेना के रणबांकुरों की असाधारण वीरता के प्रतिफल 'कारगिल विजय' की 22वीं वर्षगांठ पर सभी हुतात्माओं को कोटिश: नमन। जयहिंद।
बताते चले,1999 में पाकिस्तान के खिलाफ 26 जुलाई को भारतीय सेना ने कारगिल में विजय हासिल किया था। कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों के बीच 60 दिनों तक चले युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को इस क्षेत्र से खदेड़ दिया था और कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों पर तिरंगा पुनः गर्व से लहरा देश को गर्व का एहसास कराया था। तब से प्रतिवर्ष कारगिल विजय दिवस पर इस युद्ध के सभी वीर सेनानियों के शौर्य को लोग सैल्यूट करते है।
देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखने के अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले रणबांकुरों को कृतज्ञ राष्ट्र नमन करता है। भारतीय सेना के इस महान विजय और कामयाबी के जश्न को मनाने के लिए देश भर में उत्साह का माहौल रहता है। लद्दाख के द्रास इलाके में स्थापित करगिल युद्ध स्मारक का फोटो शेयर कर युवा सेना के जवानों और उनके परिजनों का आभार जताते है।
खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को रेडियो पर प्रसारित 'मन की बात' कार्यक्रम में कारगिल युद्ध विजय विजय दिवस का उल्लेख कर भारतीय सेनाओं के शौर्य और संयम का जिक्र कर कहा था कि युवा कारगिल की रोमांचित कर देने वाली गाथा को जरूर पढ़े, वीरों को नमन करें। प्रधानमंत्री के अपील के बाद युवा कारगिल विजय दिवस को सोशल मीडिया के जरिये याद कर भारतीय सेना के शौर्य को नमन कर रहे है।