बनारस रेलवे स्टेशन बना पूर्वोत्तर रेलवे का पहला किड्स जोन स्टेशन,बच्चे स्नैक्स का भी आनन्द ले सकेंगे
निजी क्षेत्र की भागीदारी से स्थापित रेल गाँव में बच्चों के मनोरंजन के शुल्क के आधार पर ट्वाय ट्रेन भी
वाराणसी, 25 सितम्बर। अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना में वाराणसी मंडल का बनारस रेलवे स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे का पहला किड्स जोन स्थापित करने वाला स्टेशन बन गया है। अब बनारस रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के संग आने वाले उनके बच्चों को ट्रेन के इंतजार के दौरान बोरियत नहीं होगी। स्टेशन पर बच्चे खेल-कूद के साथ-साथ स्नैक्स का भी आनन्द ले सकेंगे।
मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव की प्रेरणा से वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान की योजना के अनुरूप बनारस रेलवे स्टेशन के सेकेण्ड इन्ट्री (प्लेटफार्म सं-08 की तरफ) के सर्कुलेटिंग एरिया में स्थित नन्दी गार्डेन के सुन्दरीकरण के साथ बच्चों के लिए किड्स जोन विकसित किया गया है। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार बनारस रेलवे स्टेशन पर नव स्थापित किड्स जोन को रेल गांव नाम दिया गया है। निजी क्षेत्र की भागीदारी से स्थापित इस रेल गांव में बच्चों के लिए मनोरंजन के शुल्क के आधार पर ट्वाय ट्रेन एवं मिक्की माउस जम्पिंग तथा टॉय कार की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ-साथ बच्चों की पसंद के खान-पान के लिए "मील ऑन व्हील" की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
उन्होंने बताया कि बनारस स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में विकसित इस रेल गांव स्थापित किड्स जोन से यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों एवं उनके बच्चों का स्वास्थ्य मनोरंजन करने में बहुत ही सहायक सिद्ध होगा। इसके साथ ही क्षेत्रीय नागरिक भी अपने बच्चों के मनोरंजन के लिए इसका लाभ उठा सकेंगे। बनारस स्टेशन की सेकेण्ड इन्ट्री पर स्थित नन्दी गार्डेन, नैरो गेज का रेल इंजन, 100 फीट ऊँचा राष्ट्र ध्वज एवं गोल तालाब का फव्वारा आम जनता में खासा लोकप्रिय है। स्थानीय लोग मार्निंग, इवनिंग वाक् करने, युवा सेल्फी लेने और सोशल मीडिया पर रील बनाने के लिए यहां आते रहते हैं।