वाराणसी: प्रियंका गांधी ने बाबा विश्वनाथ और कूंष्माडा दरबार में लगाई हाजिरी
शारदीय नवरात्र में शिवशक्ति से आर्शिवाद का कवच ले बोली,वाराणसी आती हूं तो दर्शन के लिए जरूर आती हूं
वाराणसी, 10 अक्टूबर । कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को श्री काशी विश्वनाथ दरबार में विधिवत हाजिरी लगाई। दरबार में मंदिर के पूर्व महंत परिवार के सदस्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच षोडशोपचार विधि से प्रियंका को दर्शन पूजन कराया।
इसके पहले मरहूम शहनाई सम्राट भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के नाती अजदार हुसैन, बन्ने खां, जाहिद हुसैन, आजाद खां ने प्रियंका गांधी का शहनाई बजाकर स्वागत किया। यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 'काशी विश्वनाथ दर्शन का चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। यह मेरी आस्था है। जब कभी वाराणसी आती हूं तो दर्शन के लिए जरूर आती हूं। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद प्रियंका गांधी परिसर स्थित माता अन्नपूर्णेश्वरी के दरबार में भी गई। यहां से दर्शन पूजन के बाद दुर्गाकुंड स्थित कुष्मांडा के दरबार में दर्शन पूजन के लिए पहुंची। इस दौरान पूरे राह कांग्रेसी कार्यकर्ता प्रियंका गांधी के काफिले पर पुष्प वर्षा करते रहे। कुष्मांडा दरबार में प्रियंका ने माता रानी के गर्भगृह में जाकर मत्था टेंका। मंदिर के महंत ने सिर पर हाथ रख आर्शिवाद देने के साथ प्रियंका गांधी को अंगवस्त्रम भेंट कर प्रसाद भी दिया। प्रियंका गांधी के आने के पहले दुर्गा मंदिर को खाली कराया गया। दुर्गामंदिर में दर्शन पूजन के बाद प्रियंका गांधी जगतपुर रैली स्थल के लिए रवाना हो गई।
इसके पहले प्रियंका गांधी बाबतपुर एयरपोर्ट से शहर में आई। शहर के गिलट बाजार, भोजूबीर, अर्दली बाजार, हुकुलगंज होते हुए सिटी स्टेशन अलईपुर, गोलगडढा , पीलीकोठी, विश्वेश्वरगंज, मैदागिन, चौक होते हुए विश्वनाथ मंदिर पहुंची। इस दौरान पूरे राह कार्यकर्ता अपने नेता का स्वागत पूरे उत्साह के साथ करते रहे। काशी विश्वनाथ मंदिर से प्रियंका गोदौलिया, जंगमबाड़ी, मदनपुरा, पांडेय हवेली, सोनारपुरा, शिवाला, रवींद्रपुरी कालोनी होते हुए दुर्गाकुंड स्थित कुष्मांडा मंदिर गई।
रास्ते में कार्यकर्ताओंं का उत्साह देख काफिला भी रूकवाया
प्रियंका गांधी के वाराणसी दौरे को देख कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह दिखा। प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए कार्यकर्ता पूरे राह जगह-जगह खड़े थे। कोइराजपुर में प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं को धूप में फूल-मालाएं लेकर खड़ा देखा तो उन्होंने तत्काल अपना काफिला रुकवा दिया। युवा कांग्रेस नेता विशाल सिंह विक्कू और उनके साथियों को बुला बातचीत की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गगनभेदी नारेबाजी के बीच गर्मजोशी से प्रियंका गांधी का स्वागत किया। प्रियंका ने भी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा कहा कि वर्ष 2022 की चुनाव तैयारी में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।
इसी तरह काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में अक्षय वट हनुमान मंदिर व शिव कचहरी परिसर के महंत परिवार के सदस्य महंत बच्चा पाठक, राजू पाठक कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिले। महंत परिवार ने प्रियंका को बताया कि मंदिर के अधिकारी दबाव बना रहे है कि अक्षय वट हनुमान मंदिर को हटाने के लिए। इस पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि विकास के नाम पर देवताओं का अपमान नहीं होना चाहिए और महंत परिवार का भी सम्मान भी होना चाहिए।
स्वामी जितेन्द्रानंद ने प्रियंका गांधी के मंदिर जाने पर जताया विरोध
अखिल भारतीय संत समिति और गंगा महासभा के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने प्रियंका गांधी के बाबा विश्वनाथ के मंदिर जाने पर ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि मंदिरों को अपने पर्यटन का अड्डा मत बनाइए। मैं चर्च और मिशनरियों में आस्था रखने वाले लोगों से सिर्फ इतना ही कहूंगा कि कृपया हमारे मंदिरों को पर्यटन का अड्डा मत बनाइए।
जितेन्द्रानंद ने कहा कि प्रियंका गांधी, आपके भाईसाहब (राहुल गांधी) तो कहते हैं कि मंदिरों में लोग लड़कियों को छेड़ने के लिए जाते हैं। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के समय आप मंदिर-मंदिर घूम कर क्या साबित करना चाहती हैं। मंदिर हमारे तीर्थ हैं, श्रद्धा के केंद्र हैं। हमारे आस्था और विश्वास के स्थल हैं। अपने भाई को समझाइए कि मंदिर में लोग लड़िकयां छेड़ने नहीं जाते हैं। मंदिरों में लोग मन्नतें मांगने जाते हैं।