कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी व आराधना मिश्रा 'मोना' समेत 77 लोगों पर मुकदमा दर्ज

भाजपा सांसद से मारपीट के मामले में पांच अलग-अलग एफआईआर दर्ज

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी व आराधना मिश्रा 'मोना' समेत 77 लोगों पर मुकदमा दर्ज

प्रतापगढ़, 26 सितम्बर । सांसद संगम लाल गुप्ता से मारपीट के मामले में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी तथा कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा 'मोना' समेत 27 नामजद तथा 50 अज्ञात के विरुद्ध एससी-एसटी सहित विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जनपद से पांच अलग-अलग तहरीर के आधार पर लालगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

मुकदमा दर्ज होने के बाद जिले में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है, वहीं सांसद संगम लाल गुप्ता मुख्यमंत्री से मिलने लखनऊ गए हैं। रविवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का कार्यक्रम प्रतापगढ़ में सांसद से मुलाकात करने का लगा था लेकिन कार्यक्रम को अचानक निरस्त कर दिया गया। फिलहाल जिले में पुलिस मुस्तैद है शांति व्यवस्था कायम है चारों तरफ पुलिस गश्त कर रही है। मामला हाई प्रोफाइल से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है।

शनिवार को देर शाम संगम लाल गुप्ता की तहरीर पर प्रमोद तिवारी और आराधना मिश्रा मोना सहित 27 नामजद व 50 अज्ञात के विरुद्ध पहला मुकदमा पंजीकृत कराया गया। दूसरा मुकदमा देवेंद्र प्रताप सिंह,तीसरा मुकदमा अभिषेक कुमार मिश्रा द्वारा पंजीकृत कराया गया। वहीं चौथा मुकदमा ओम प्रकाश पांडे ने दर्ज कराया। पांचवां मुकदमा सांसद के गाना सुनील कुमार ने दर्ज कराया है। सभी मुकदमों में कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी व रामपुर खास से कांग्रेस विधायक विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना को नामजद आरोपी बनाया गया है।

गौरतलब है कि शनिवार को दोपहर सांगीपुर विकासखंड परिसर में एक सरकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जहां ब्लॉक संगम सभागार में कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी वा आराधना मिश्रा मोना मौजूद थे। कार्यक्रम के बीच में सांसद प्रतापगढ़ संगम लाल गुप्ता कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए, जहां दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में आपस में तनाव व्याप्त हो गया और देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। कार्यक्रम में अफरा-तफरी मच गई सांसद सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को देर शाम तक लखनऊ-वाराणसी हाईवे जाम किया और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। मामले को बढ़ता देख पुलिस प्रशासन ने तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।