बिल्डर की मनमानी : बेसमेंट की खुदाई से पड़ोसी का दो मंजिला मकान गिरा, परिवार हुआ बेघर

बेघर परिवार ने भागकर बचाई जान, बेसमेंट में काम कर रहे चार मजदूर

बिल्डर की मनमानी : बेसमेंट की खुदाई से पड़ोसी का दो मंजिला मकान गिरा, परिवार हुआ बेघर

कानपुर, 13 नवम्बर। कहने को तो कानपुर विकास प्राधिकरण है और बन रहे भवनों की निगरानी की जिम्मेदारी भी है, लेकिन सब कागजों में हो रहा है। इसी के तहत बिल्डर्स मनमानी तरीके या यूं कहें कि मानकों को दरकिनार कर बड़े-बड़े भवन बना रहे हैं। यह आरोप ऐसे नहीं है, हर एक दो माह में हादसे होते रहते हैं, जिसके जिम्मेदार बिल्डर्स होते हैं और कुछ दिन बाद मामला रफा-दफा हो जाता है।

ऐसा ही मामला शनिवार को बजरिया थाना क्षेत्र में हुआ जहां पर बिल्डर मानक विहीन भूतल की खुदाई करा रहा था तभी पड़ोसी का दो मंजिला मकान भरभराकर गिर गया। हालांकि परिवार के लोग किसी तरह से अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन वह अब बेघर हो गये।


बजरिया थाना क्षेत्र में शारिक और खलील नाम के बिल्डर रुपम टाकीज के सामने एक भवन का निर्माण करा रहे हैं। निर्माण के तहत भवन में एक तहखाना यानी बेसमेंट भी बन रहा है, जिसके लिए खुदाई कराई जा रही थी। मानक विहीन खुदाई से पड़ोसी नायाब का दो मंजिला मकान शनिवार को भरभराकर गिर गया। गनीमत रही कि नायाब के परिवार वाले किसी तरह से अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे। लेकिन बिल्डर के यहां काम रहे चार मजदूर दबकर घायल हो गये। हादसे के बाद बिल्डर भाग निकले और क्षेत्रीय लोगों की मदद से मलबा को हटाकर घायलों को निकाला गया। घायल मजदूरों को मनामा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और खानापूर्ति के लिए केडीए की टीम भी पहुंच गई। केडीए की टीम को देख क्षेत्रीय लोगों ने विरोध जताया और बेघर हुए नायाब और उनके परिजनों ने मुआवजे की मांग की।