केपी ट्रस्ट अध्यक्ष पद मामले में लगाए सभी आरोप निराधार व फर्जी: डॉ.सुशील सिन्हा
--छवि खराब करने वालों के खिलाफ मानहानि का करूंगा दावा : डाॅ सुशील सिन्हा

प्रयागराज, 31 मार्च केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष पद को लेकर चल रहा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। न्यायालय के आदेश पुर्नमतगणना को लेकर सोमवार को डॉ.सुशील सिन्हा ने इलाहाबाद प्रेस क्लब में मीडिया से कहा कि अब तक मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार और फर्जी है। मेरी जबरन छवि खराब करने वालों के खिलाफ मानहानि का दावा करूंगा।
उन्होंने कहा कि मैंने अब तक एक पैसा ट्रस्ट का नहीं लिया है। अब तक जो मैने काम किया है वह अपने मेहनत की कमाई से दिया हूं। अब तक लगे आरोप की कड़ी निन्दा करता हूं। आप ही मुद्दई, आप ही मुंसिफ तो मेरा कुसूर तो निकलेगा ही। चुनाव आपने करवाया, काउंटिंग आपने कराई, नियम भी आपके द्वारा बनाया गया और बेईमान हम, यह कहां का न्याय है।
डॉ. सिन्हा ने कहा कि कार्यकाल शून्य तो टीपी की सदस्यता भी शून्य, हास्यास्पद बाद जिनकी अध्यक्ष ने सदस्यता बहाल की, जबकि उच्च न्यायालय ने वाद खारिज की। मैने कभी नहीं कहा कि मैं पुन: काउंटिंग के पक्ष में हूं। मै सिर्फ न्यायालय के सम्मान में पुन: गिनती में उपस्थित था, लेकिन वहां रिकाउन्टिंग नहीं हो रही थी, जबकि लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा था।
जो 55 वेाट अनाधिकृत थे, उनकी संख्या 195 कैसे पहुंच गई, अधिकृत तौर पर अनाधिकृत कैसे हो गयी। मेरे वोटों में अलग अलग स्याही के दो टिक लगाए गये। जिसके कारण अनाधिकृत हो गये। पूर्व में आरओ प्रमोद कुमार ने न्यायालय में हलफनामा दिया कि बैलेट पेपर पहली काउन्टिंग समाप्त होने के बाद भीड़ के सामने खुले पड़े थे। पहली काउटिंग में वही नियम का पालन हुआ है। जो 2013 और 2018 में था। मामला अभी न्यायालय में है। फर्जी आरोप लगाने के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा।