माफियाओं पर बुलडोजर चलने से अखिलेश यादव को होता है दर्द : स्वतंत्र देव सिंह

सपा सरकार में एक परिवार का हुआ विकास, एक जाति के युवाओं को मिलती थी नौकरी

माफियाओं पर बुलडोजर चलने से अखिलेश यादव को होता है दर्द : स्वतंत्र देव सिंह

कानपुर, 30 सितम्बर । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में पहली बार कानून अपना काम कर रहा है और बेपटरी हुई कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया। इसी के चलते माफिया और अपराधी प्रदेश छोड़ रहे हैं और माफियाओं के अवैध कब्जे पर बराबर बुलडोजर चल रहे हैं, लेकिन जब सरकारी बुलडोजर माफियाराज पर गरजता है तो सबसे अधिक सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को दर्द होता है। यह बातें गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कही।

उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार में पहली बार किसानों के लिए और किसानों की चिंता की गई। किसानों को सम्मान निधि समय पर पहुंचाई जा रही है और हाल ही में गन्ना का भी मूल्य बढ़ा दिया गया। एमएसपी के दाम पिछली सरकारों की अपेक्षा अधिक बढ़ाये गये और उनका ऋण भी माफ किया गया। विकास के कार्य बराबर हो रहे हैं और पारदर्शिता के साथ कराये जा रहे हैं। कानपुर में ही देख लीजिए यहां पर देश में सबसे तेजी गति से मेट्रो परियोजना का कार्य चल रहा है और जल्द ही कानपुरवासियों को मेट्रो में चलने का सपना साकार होने जा रहा है। पहले लोगों के घरों में बिजली ही नहीं आती थी और तार पकड़ने में लोगों को करंट नहीं लगता है, लेकिन जब बिल आता था तो जरुर करंट लगता था। नौकरियों में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जा रही है, बिना भेदभाव के होनहार युवा नौकरी पा रहे हैं। जबकि सपा सरकार में एक ही परिवार का विकास होता था और नौकरी पर एक ही जाति का कब्जा था। जिन लोगों के घरों पर छत नहीं थी उन लोगों को भाजपा सरकार ने आवास दिया।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कानून व्यवस्था इस तरह दुरुस्त की गई कि अब कानपुर कमिश्नरेट को ही लीजिये यहां पर किसी बेटी को शोहदा छेड़नी की हिम्मत नहीं करता। अपराधियों और माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए उनके अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है, लेकिन इस बुलडोजर में भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को दर्द होता है। जनता की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि आपके एक वोट के कारण ही एक भी आतंकी हमला साढ़े चार साल में नहीं हुआ।