प्रयागराज: इविवि के छात्रावासों से बिजली का बिल साढ़े सात करोड़ बकाया, प्रति छात्रों को देना होगा प्रतिमाह पेनाल्टी

प्रति छात्रों को देना होगा प्रतिमाह पांच हजार पेनाल्टी

प्रयागराज: इविवि के छात्रावासों से बिजली का बिल साढ़े सात करोड़ बकाया,  प्रति छात्रों को देना होगा प्रतिमाह पेनाल्टी

प्रयागराज, 30 जुलाई । इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता द्वारा जारी नोटिस के अनुसार विश्वविद्यालय के हॉस्टलों का बकाया बिजली का बिल 07 करोड़ 55 लाख से ज्यादा का है। जिसे जमा करने के लिए शुक्रवार को बैठक कर निर्णय लिया गया कि छात्रावास में रहने वाले सभी छात्रों को पांच हजार रूपये पेनाल्टी देनी पड़ेगी।


डीन स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अनुसार आज हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय के पास इतने बड़े बिल को भरने के लिए वित्तीय संसाधन नहीं है। सभी हॉस्टल से प्राप्त सूचना अनुसार किसी भी हॉस्टल के पास इतना पैसा नहीं है कि वह अपने बकाया बिल चुका सके। इस सम्बंध में हुई बैठक में आज यह निर्णय लिया गया कि नवम्बर 2020 में हॉस्टल बंद किए जाने की नोटिस के बाद से हॉस्टल में रह रहे सभी छात्रों को 5000 रूपये प्रति माह की पेनाल्टी देनी पड़ेगी। पेनाल्टी से जमा हुई राशि से इस बिजली के बकाया बिल की पूर्ति की जा सकेगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आगे से हॉस्टल की सभी फीस हॉस्टल के पास जमा न होकर सीधे वित्त अधिकारी के पास जमा होगी। यह व्यवस्था हॉस्टल खुलने के बाद लागू की जाएगी।

बैठक में कहा गया कि जो छात्र बिना अनुमति के हॉस्टल में रह रहे हैं और बिजली समेत सभी सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं, उनको पहले ही दो बार हॉस्टल खाली करने का नोटिस दिया जा चुका है। 28 जनवरी 2021 को जारी नोटिस में उनसे कहा गया था कि यदि वे हॉस्टल खाली नहीं करते तो उनको पेनाल्टी देनी पड़ेगी। साथ ही उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्यवाही जैसे परीक्षा प्रवेश पत्र निर्गत न करते हुए परीक्षा में सम्मलित न करना, परीक्षा परिणाम, मार्कशीट एवं सम्बंधित विषय की डिग्री प्रदान न करना तथा छात्रावास से आवंटन रद्द करना जैसी कार्यवाही की जा सकती है। इसके साथ ही अधीक्षकों को यह भी निर्देश दिया गया था कि यदि छात्र हॉस्टल खाली नहीं करते तो पेनाल्टी और की जा सकने वाली अनुशासनात्मक कार्यवाही की सूचना छात्रों के अभिवावकों को भेज दी जाय। इसके सम्बंध में एक नोटिस पुनः मार्च में दिया गया था।