सरकार गरीब, वंचित व दलितों पर खुले आम हो रहे अत्याचार को रोके- अजीत भाष्कर

सरकार गरीब, वंचित व दलितों पर खुले आम हो रहे अत्याचार को रोके- अजीत भाष्कर

सरकार गरीब, वंचित व दलितों पर खुले आम हो रहे अत्याचार को रोके- अजीत भाष्कर

राष्ट्रीय जन समर्थन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट अजीत भाष्कर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं सहित जिलाधिकारी प्रयागराज के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन दिया, पार्टी अध्यक्ष एडवोकेट अजीत भाष्कर का कहना है की पलिया गांव थाना क्षेत्र- रौनापार, जिला- आजमगढ़ उ0प्र0 में दलित परिवारों पर बर्बरता पूर्वक मारपीट, महिलाओं से अश्लीलता, लूट व कई मकान तोड़कर कई फर्जी मुकदमा पंजीकृत किए जाने के संबंध में एक ज्ञापन जिलाधिकारी प्रयागराज के माध्यम से मुख्यमंत्री दिया है  

सर्वप्रथम राष्ट्रीय जन समर्थन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारा लगाते हुए जुलूस की शक्ल में नारा लगाते हुए की "दलित उत्पीड़न बंद करो, दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करो, पीड़ित परिवार को 10 करोड़  मुआवजा दो, फर्जी मुकदमे वापस लो" के नारे लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। 
 इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट श्री अजीत भाष्कर ने कहा कि सरकारी अमले का इस तरीके से रात में बर्बरता पूर्वक कार्रवाई करना दलित और वंचित समाज के प्रति उनका असली नजरिया दर्शाता है और आजमगढ़ पुलिस द्वारा पलिया गाँव के पीड़ित दलितों को न्याय देने के बजाय उन पर ही अत्याचारियों के दबाव में आकर खुद भी जुल्म-ज्यादती करना व उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाना अति-शर्मनाक और निंदनीय है। सरकार इस घटना का शीघ्र संज्ञान लेकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई व पीड़ितों को न्याय दे जिसके लिये हम 6 सूत्रीय मांगो को पूरा करने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार से निम्न प्रमुख मांग करते हैं।


1. गांव के लोगों पर दर्ज फर्जी मुकदमे वापस लिए जाएं।
2. इस घटना की न्यायिक जांच की जाए और जब तक जांच पूरी ना हो किसी की भी गिरफ्तारी न की जाए।
3. बिना महिला पुलिस के रात में महिलाओं के साथ अश्लीलता व अभद्रता करने वाले पुरुष पुलिस कर्मियों को तत्काल नौकरी से बर्खास्त किया जाए।
4. घरों में घुसकर तोड़फोड़ ,मारपीट, महिलाओं व बच्चियों के साथ अश्लीलता व अभद्रता करने वाले, नगद पैसे व जेवरात लूटने वाले उन सभी दोषियों व पुलिसकर्मियों पर सुसंगत धाराओं में नामजद मुकदमा दर्ज किया जाए।
5. दलित परिवारों के मकान व घरेलू सामान तोड़े जाने पर उन्हें 10 करोड़ रूपये मुआवजा दिया जाए।
6. जिस भी अधिकारी के आदेश पर यह बर्बरता पूर्वक अमानवीय कार्यवाही की गई है, उसके खिलाफ भी उचित  अनुशासनात्मक कारवाई किया जाए।
   

प्रदर्शन व ज्ञापन देने में मुख्य रूप से मोतीलाल कश्यप, चंद्रप्रकाश निगम, विष्णु भगवान, सनी कैथवास कोमल सोनकर, शिवांगी, अंजलि सिंह, वीरेंद्र कुमार, जितेंद्र पासी, राम बरन, अंकित कुमार, राजू पासी, नीलू कुमार, अजय कुमार, आकाश भारती, संदीप कुमार, रंजीत भारती, अरविंद, अजय  व काफी संख्या पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।