प्रयागराज: आपातकाल की 46वीं बरसी पर काला फीता बांधकर मनाया विरोध दिवस
आपातकाल की 46वीं बरसी पर काला फीता बांधकर मनाया विरोध दिवस
लोकतंत्र रक्षक सेनानी समिति प्रयागराज के तत्वावधान में 25 जून 1975 को लगाई गई आपातकाल की 46 वीं बरसी काला फीता बांधकर बड़ी संख्या में लोग सिविल लाइंस पत्थर गिरजाघर के पास स्थित धरना स्थल प्रयागराज पर एकत्रित होकर मनाया गया इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी एवं समर्थकों द्वारा आपातकाल मुर्दाबाद ,तानाशाही मुर्दाबाद आदि नारों के साथ आपातकाल से सावधान रहने के लिए लोगों को जागृत किया, इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी विजय पांडे ने आए हुए लोगों को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रकट करते हुए इस दिन को काला दिवस बताया
कार्यक्रम संयोजक श्री रमेश चंद्र कुशवाहा लोकतंत्र रक्षक सेनानी द्वारा 1975 के आपातकाल के काला इतिहास को स्मरण कराते हुए इसकी पुनरावृत्ति ना हो इस हेतु जन-जन को जागरूक करने व शासन को याद दिलाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करके सभी का आह्वान किया,
वरिष्ठ समाजसेवी श्याम सुंदर सिंह पटेल ने तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी द्वारा राजनीतिक स्वार्थ के कारण तानाशाही रवैया से विरोधी दल के नेताओं की गिरफ्तारी एवं बर्बर अत्याचार करने की भर्त्सना किया आपातकालीन लोकतंत्र के लिए काला दिन था बदनुमा दाग का धब्बा स्वरूप है भविष्य में ऐसा नहीं होना चाहिए कहा
इस अवसर पर लोकतंत्र रक्षक सेनानी श्री हरि नारायण मिश्रा जी ने कहा की जिस तरह से हम लोगों ने जेल में यातनाएं सही उस समय के लोगों ने यातनाएं सही उसे याद करके रूह कांप जाती है ईश्वर ना करें कभी भी इस तरह का निंदनीय कार्य इतिहास में हो लोकतंत्र में सबको समान अधिकार होता है शासन और जनता का तालमेल होना चाहिए ना कि राजनैतिक विद्वेष से तानाशाही रवैया अपनाकर इमरजेंसी घोषित कर लोगों को तंग करना आज इस कार्यक्रम को मनाने का यही तात्पर्य है कि भविष्य में कोई भी सरकार इस तरह का कृत्य ना करें जनता और समाज के लोग भी सजग प्रहरी की तरह जागरूक रहें
समाजसेवी प्रीतम सिंह कुशवाहा ने कहा कि लोकतंत्र का गला घोटने तथा प्रेस की स्वतंत्रता को समाप्त करके आपातकाल एक बदनुमा कला धब्बा इतिहास में लगा जो बहुत ही निंदनीय है ऐसा भविष्य में नहीं होना चाहिए
कार्यक्रम में शामिल लोगों में रमेश चंद्र कुशवाहा, श्याम सुंदर सिंह पटेल, हरि नारायण मिश्रा, विजय पांडे, रामेश्वर सिंह, रमाकांत उर्फ मोहम्मद जाहिद ,अनिल कुमार लोकतंत्र रक्षक सेनानी, यल एन सिंह, श्रीमती गीता गुप्ता, श्रीमती पुष्पांजलि सिंह, राम अक्षय मौर्य, विश्वंभर सिंह पटेल, राम सजीवन मौर्य, विनय कुशवाहा, रामू आदि कई लोग शामिल रहे और कार्यक्रम को सफल बनाया अंत में धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ समाजसेवी श्यामसुंदर सिंह पटेल ने किया व कार्यक्रम का समापन रमेश चन्द्र कुशवाहा ने किया