चुनाव को प्रभावित करने वालों को बख्शेंगे नहीं, होगी कड़ी कार्रवाईः प्रशांत कुमार
उप्र. में सात चरणों में होंगे चुनाव, पहले चरण में 10 फरवरी को 11 जिलों में मतदान
लखनऊ, 09 जनवरी । विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के बाद पुलिस विभाग और भी सतर्क हो गया है। इस चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने को लेकर सुरक्षा की तैयारियों की जानकारी साझा करने के लिए रविवार को अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि चुनाव को प्रभावित करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न करने को लेकर पुलिस विभाग की ओर से सारी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। देश में सबसे अधिक जनसंख्या का राज्य उत्तर प्रदेश है। कुल विधानसभा क्षेत्र 403 हैं। इसमें मतदान केंद्र 92 हजार 821 हैं, जो कि 2017 वर्ष के सापेक्ष में 2.24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मतदेय स्थल एक लाख 74 हजार 351 हैं, जो कि वर्ष 2017 के सापेक्ष देखें तो 18.4 प्रतिशत की वृद्धि है। कमिश्नरी और जनपदों में स्थापित किए जाने वाले सभी मतदान केंद्रों का शत-प्रतिशत भौतिक सत्यापन पुलिस विभाग द्वारा करा लिया गया है। निर्वाचन संबंधी सूचनाओं को अंकित करने के लिए प्रत्येक थाने में एक पृथक चुनाव रजिस्टर बनाए गए हैं। जनपद स्तर पर 275 और कारागार स्तर पर 869 अपराधी चिन्हित हैं। यह लोग अपरोक्ष रूप से जेल में रहते हुए चुनाव प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन इस बार ऐसा करने वालों के मंसूबे पूरे नहीं होंगे। इस बार अपराधी जेल से चुनाव को प्रभावित नहीं कर सकेंगे। इसको लेकर व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जेल में बंद सभी अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने के आदेश दिए गए हैं। चुनाव को प्रभावित करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। प्रदेश की जेलों में 2676 सीसीटीवी और 271 स्टेटिक जैमर लगाए गए हैं।
एडीजी ने बताया कि निष्पक्ष, भयमुक्त और प्रलोभन मुक्त चुनाव के लिए प्रतिबद्ध हैं। 1,74,351 में से 29,138 मतदेय स्थलों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील के रूप में चिन्हित किया गया है। 95 विधानसभा क्षेत्र संवेदनशील के रूप में चिन्हित हैं। अब तक प्रदेश में कुल 11,33,894 लाइसेंसी हथियार में से करीब 3,68,490 हथियार जमा कराए जा चुके हैं। इसके साथ आबकारी विभाग ने अन्तरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमा पर 31 चौकियां स्थापित की हैं। चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के लिए केन्द्र सरकार की ओर हमको 150 कम्पनी अर्द्धसैनिक बल मिल चुके हैं। उन्होंने बताया कि 75 कम्पनी सीआरपीएफ का आवंटन और हुआ है, जो 10 जनवरी को मिल जाएंगे।
प्रशांत कुमार ने बताया कि चुनाव के दौरान कोविड प्रोटाकॉल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। चुनाव ड्यूटी में लगने वाले सभी पुलिसकर्मियों को वैक्सीन की डोज लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सभी पुलिस बल को एंटी कोविड किट उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा निर्वाचन ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों को पोस्टल बैलेट से वोट डालने का अधिकार मिलेगा। आदर्श आचार संहिता का पालन सख्ती से कराया जाएगा। विधानसभा चुनाव को लेकर हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस मुख्यालय में चुनाव सेल बनाया गया है, जो पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल की निगरानी में रहेगा और इसके प्रमुख एडीजी प्रशांत कुमार हैं। इनके साथ आईजी लॉ एंड आर्डर संजीव गुप्ता भी रहेंगे और आईपीएस अधिकारी एलआर कुमार, आशीष तिवारी और अविनाश पाण्डेय को चुनाव सेल में तैनाती दी गई है।