पश्चिम मध्य रेलवे टीम ने कानपुर–इटावा खंड का परख निरिक्षण यान द्वारा 'विंडो ट्रेलिंग' निरीक्षण
पश्चिम मध्य रेलवे टीम ने कानपुर–इटावा खंड का परख निरिक्षण यान द्वारा 'विंडो ट्रेलिंग' निरीक्षण
29 जुलाई । पश्चिम मध्य रेलवे की संरक्षा ऑडिट टीम ने कानपुर-इटावा खण्ड की संरक्षा सम्बंधी व्यस्थाओं का परखा। टीम ने अपने दो दिवसीय इंटर रेलवे सेफ्टी आडिट दौरा कार्यक्रम के अंतर्गत पश्चिम मध्य रेल के वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड अधिकारियों की संरक्षा ऑडिट टीम गुरूवार को प्रयागराज मण्डल के कानपुर–इटावा खंड का परख निरिक्षण यान द्वारा ‘विंडो ट्रेलिंग’ निरीक्षण किया। ये जानकारी कानपुर सेन्ट्रल के मीडिया प्रभारी ज्ञान सिंह ने दी।
मीडिया प्रभारी ने बताया कि विंडो ट्रेलिंग'' निरीक्षण भारतीय रेल का एक विशेष निरीक्षण होता है। जिसमें रेल पथ व उसके पास के सभी इंस्टॉलेशनों जैसे सिग्नल, ओएचई, प्लेटफॉर्म इत्यादि का निरीक्षण यान की पिछली खिड़की से निरीक्षण किया जाता है। निरीक्षण के दौरान मार्ग मे पड़ने वाले स्टेशनों की सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं, राइडिंग क्वॉलिटी (विशेष तौर से प्वॉइंट एवं क्रॉसिंग पर) मार्ग के लेवल क्रॉसिंग गेटों की स्थित, मेजर व माइनर ब्रिजों आदि का प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे एस.पी. माही एवं उनकी संरक्षा ऑडिट टीम ने अवलोकन किया।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण में एस.पी. माही व उनकी संरक्षा ऑडिट टीम द्वारा मैथा स्टेशन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मैथा स्टेशन पर उपलब्ध संरक्षा उपकरणों, उनके अनुरक्षण, रिकार्डों के रखरखाव, कार्यरत कर्मचारियों द्वारा संरक्षा नियमों के अनुपालन, रिले रूम सहित अन्य सभी आवश्यक बिंदुओं का अवलोकन किया। निरीक्षण के बढ़ते हुये क्रम में मेजर ब्रिज संख्या 312 के गर्डर व स्पैनों का निरीक्षण किया गया। इसी क्रम में पश्चिम मध्य रेलवे की संरक्षा आडिट टीम द्वारा रुरा स्टेशन का निरीक्षण किया गया। इस दौरान वहां कार्य कर रही गैंग का भी निरीक्षण किया साथ ही गैंग में कार्य कर रहे कर्मचारियों से कार्य के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों, नियमों आदि के बारे मे भी जानकारी ली। साथ ही कर्व, माइनर ब्रिज स. 48, लेवल क्रासिंग सं. 26बी का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के आगे के क्रम में इटावा यार्ड एवं इटावा स्टेशन का निरीक्षण किया। इटावा स्टेशन स्टेशन पर संरक्षा उपकरणों एवं उनके अनुरक्षण सम्बंधी रिकार्डों, रिकार्डों के रखरखाव, संरक्षा नियमों के अनुपालन, स्टेशन मास्टर कार्यालय, सिग्नल सम्बंधी इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग रूम सहित अन्य सभी संरक्षा बिंदुओं का अवलोकन किया। इसी क्रम में कानपुर व प्रयागराज में एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन व एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन, रनिंग रूम, लॉबी व कोचिंग डीपो का भी निरीक्षण किया।
प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे एस.पी. माही ने 10 हजार रुपये के पुरस्कार की घोषणा भी की। निरीक्षण के दौरान पश्चिम मध्य रेल की वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड अधिकारियों की संरक्षा ऑडिट टीम के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे एस.पी माही, मुख्य इंजीनियर/सामान्य एल पी सिंह, मुख्य रेलपथ इंजीनियर, मुख्य विद्युत इंजीनियर, दीपक ग्रावल, उप मुख्य परिचालन प्रबंधक/ प्लानिंग विवेक कुमार, उप मुख्य सिग्नल व टेलीकाम इंजीनियर, विवेक गुप्ता, उप मुख्य संरक्षा अधिकारी/ सिग्नल ए.के जैन सहित प्रयागराज मण्डल के अपर मण्डल रेल प्रबंधक/परिचालन अमित मिश्रा सहित प्रयागराज मण्डल के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।