रक्षामंत्री ने 1710 करोड़ की 180 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

रक्षामंत्री ने 1710 करोड़ की 180 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

रक्षामंत्री ने 1710 करोड़ की 180 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

लखनऊ, 31 अगस्त । लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के लिए 31 अगस्त की तिथि इतिहास में दर्ज हो गयी जब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1710 करोड़ की 180 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

चौक के ज्योतिबा फुले मल्टीलेवल पार्किंग पार्क में आयोजित परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ को बड़ी सौगात देते हुए विकास की नयी नींव रखी। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का पुष्प भेंटकर स्वागत किया।

लखनऊ के सांसद और देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आपके बीच मैं भाषण देने नहीं खड़ा हुआ हूं। मैं लखनऊ के सांसद के रूप में जो करना चाहता हूं, वो सेवक की भूमिका है। राजधानी का तेजी से विकास कैसे हो, नम्बर वन शहर कैसे बने, ये मेरी चिंता रहती है। प्रदेश में अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं होते तो मैं लखनऊ के विकास का इतना कार्य नहीं कर सकता था। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी समय-समय पर पूरी लगन दिखायी है। उन्होंने कहा कि संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में होर्डिंग पर श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी का एक चित्र नजर आना चाहिए। दुनिया के दूसरे देशों में भी अटल जी के प्रति जो आदर भाव आज भी है, वो बता नहीं सकता हूं।

उत्तर प्रदेश में विकास कार्यों को जिस तरह मुख्यमंत्री ने तेजी दी है, उसकी जितनी तारीफ की जाये कम है। कोरोना के वक्त जैसे कार्य हुए वो सबकुछ लोगों ने देखा। अनाथ बच्चों की जिस प्रकार मुख्यमंत्री ने जिम्मेदारी ली ये वही मुख्यमंत्री कर सकता है, जो संवेदनशील होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले नौजवानों की शिक्षा की चिंता करते हुए कोचिंग क्लासेज चलाने का कार्य उत्तर प्रदेश की सरकार ने कराया। सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध में भारी कमी आई है। उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश में शासनराज चाहते है तो अपराध पर नकेल कसना जरूरी है। अपराध नहीं होगा, तभी विकास होगा। केंद्र में मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी, दो अक्षर यहां भी और दो अक्षर वहां भी। देश का 90 प्रतिशत लोग किसी न किसी सरकारी योजना से लाभांवित हुआ है।

उन्होंने कहा कि लखनऊ के विकास कार्यों के लिए अगर रात में भी मेरा फोन मुख्यमंत्री जी को गया तो उन्होंने अधिकारियों को तत्काल समीक्षा करने को कहा। लखनऊ में लोगों की आबादी और वाहनों की तेजी से बढ़ रही संख्या के हिसाब से लोगों को आवागमन की सुविधा देने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं।





ब्रह्मोस के लिए जमीन मांगने की बात रखते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री से जमीन मांगी थी और एक माह में जमीन मुहैया हो गयी। इससे पांच हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। उत्तर प्रदेश इसी तरह आगे बढ़ता रहे, इसी कामना के साथ कार्य होता रहेगा।

66 हजार करोड़ का निवेश उत्तर प्रदेश को मिला- मुख्यमंत्री योगी

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज यहां जिन परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है, उसमें विभिन्न विभागों की परियोजनाएं हैं। ये बदलते हुए सपने का दृश्य है। रक्षामंत्री और सांसद राजनाथ सिंह के प्रयास से परियोजनाओं का लोकार्पण हो रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ जनसुविधाओं को ध्यान में रखकर परियोजनाओं पर कार्य हुआ। स्मार्ट सिटी के माध्यम से कार्य हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि विकास की इन परियोजनाओं के माध्यम से ही लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन दिया जा सकता है। प्रदेश के अंदर एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाया जा रहा है। 14 वर्षों में लोगों ने इस प्रदेश को कहां पहुंचाया गया। राजनाथ सिंह के मुख्यमंत्री रहने के बाद से 2017 तक प्रदेश में विकास खो गया। प्रदेश में निवेश की संभावना खोजी जाती थी, तो कहा जाता था कि उत्तर प्रदेश 13 या 14 वें पायदान पर है। प्रदेश लगातार पिछड़ता गया और प्रति व्यक्ति आय कमजोर हुई।

उन्होंने कहा कि 2012 से 2017 तक दंगे हुए और दोनों पक्ष के लोग मरते थे। ये दंगे प्रदेश को पीछे धकेलता था। आज उत्तर प्रदेश व्यवसायिक स्वतंत्रता में जो 14 वें स्थान पर था, वो नम्बर दो स्थान पर आ गया है। हम टॉप थ्री में आ गये है। कोरोना काल में डिस्प्ले यूनिट की शुरुआत हुई। टाटा सेंटरों की स्थापना हो रही है। 66 हजार करोड़ का निवेश उत्तर प्रदेश को मिला।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की इकोनामी के बारें में लोगों ने बातें की। नेपाल, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे जगहों के लिए फोर लोन से जुड़ रहे हैं। इसके बाद एक्सप्रेस-वे का जाल बिछेगा तो उत्तर प्रदेश इकोनामी में सबसे आगे निकलेगा। पिछली सरकारों में प्रदेश में ऐसा कोई पर्व शांति से नहीं मनायी जाती थी, आज ऐसी स्थिति नहीं है।

आज नकल विहिन परीक्षा हो रही है। शिक्षा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा क्षेत्र में नये विश्वविद्यालय बन रहे हैं। महेंद्र सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय बन रहा है। अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर लखनऊ में विश्वविद्यालय बन रहा है। गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय बन रहा है। 1710 करोड़ की विभिन्न विभागों की परियोजनाओं का लाभ लेकर लखनऊवासी अटल जी के सपने को आगे बढ़ायेंगे।

लखनऊ के लिए सुखद दिन- कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन

अतिथियों का स्वागत करते हुए कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन ने कहा कि आज लखनऊ के लिए सुखद दिन है। 180 परियोजनाओं पर कार्य हुआ है। रक्षामंत्री और मुख्यमंत्री का स्वागत करता हूं। जनता की सुविधाओं के लिए सरकार कार्य कर रही है। विकास कार्य होते हुए दिख रहे हैं।

शिक्षा नीति बदली - उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा

उपमुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा ने कहा कि ये लखनऊ का सौभाग्य है कि यहां का नेतृत्व राष्ट्रीय स्वरुप में रहा। अटल जी से शुरु हुआ तो आज भी है। एक सांसद के रुप में पूर्व गृहमंत्री एवं वर्तमान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विकास किया है। हम उसका स्वागत करते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में भी विकास कार्य हुए हैं, आज पूरे प्रदेश में बिजली आती है। कई एक्सप्रेस वे बन रहे है। शिक्षा नीति बदली है। लघु उद्योग के माध्यम से लोगों को रोजगार मुहैया कराने में सफल रहा है। देश की 44 योजनाओं में उत्तर प्रदेश नम्बर वन बना है।

उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य बोले

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में विकास की परियोजनाएं 180 में 160 परियोजनाएं लोक निर्माण विभाग की है। रक्षामंत्री के नेतृत्व में जिन उपरिगामी सेतुओं का लोकार्पण हो रहा है, उससे 50 लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। सिर्फ लखनऊ ही नहीं, उत्तर प्रदेश के विकास में भी हम कमी नहीं आने देंगे।





उन्होंने कहा कि विकास पहले मुद्दा नहीं होती थी, जाति मुद्दा होती थी। प्रधानमंत्री जी ने विकास को मुद्दा बनाया है। उत्तर प्रदेश की योगी जी की सरकार विकास के कार्य में पीछे नहीं रहेगी। जैसा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा कि शिलान्यास भी हम करेंगे और लोकार्पण भी हम करेंगे।