भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या में फरार एक लाख का इनामी विकास सिंह धामा सहारनपुर से गिरफ्तार

भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या में फरार एक लाख का इनामी विकास सिंह धामा सहारनपुर से गिरफ्तार

भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या में फरार एक लाख का इनामी विकास सिंह धामा सहारनपुर से गिरफ्तार

मुरादाबाद, 28 नवम्बर । स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने भाजपा नेता व जनपद संभल के असमोली ब्लॉक प्रमुख पद के प्रत्याशी रहे अनुज चौधरी की हत्या के मामले में फरार एक लाख के इनामी आरोपित विकास सिंह धामा को गुरुवार को सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित हत्या के बाद से 15 माह से फरार चल रहा था। बताया जा रहा है कि पकड़ा गया फरार आरोपित काफी समय से सहारनपुर में छिपा हुआ था और पहचान छिपाकर रह रहा था।

संभल जनपद के गांव अलिया नेकपुर निवासी अनुज चौधरी (35 वर्ष) संभल के असमौली ब्लाक से क्षेत्र पंचायत सदस्य थे और मुरादाबाद महानगर के थाना मझोला क्षेत्र स्थित पार्श्वनाथ प्रतिभा सोसाइटी में अपने आवास के बाहर पार्क के पास अनुज अपने दोस्त पुनीत चौधरी के साथ सोसाइटी में ही सड़क पर टहल रहे थे, जबकि उनका गनर और स्टाफ फ्लैट में मौजूद था। इसी दौरान अज्ञात आरोपितों ने अनुज चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अनुज के सिर, कंधे और पीठ में चार गोलियां मारी गई। इसके बाद हत्यारे तमंचे लहराते हुए घटनास्थल से फरार हो गए थे। सरेशाम इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला गई थी।

इस मामले में अनुज दोस्त अमरोहा के डिडौली थाना क्षेत्र के सलामतपुर निवासी संदीप सिंह ने असमोली की ब्लॉक प्रमुख हाजीबेड़ा निवासी संतोष देवी के पति प्रभाकर चौधरी, उसके बेटे अनिकेत, विकास सिंह धामा, अमित कुमार व पुष्पेंद्र समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया था। हत्या के बाद पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था लेकिन मुख्य आरोपी विकास सिंह धामा तब से फरार था। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया और उसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया।

एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि विकास सहारनपुर में छिपा हुआ है। इसके बाद एसटीएफ की बरेली यूनिट ने सहारनपुर में घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार मुख्य आरोपी लगातार ठिकाने बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। उसका पकड़ा जाना जांच में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि विकास सिंह पर हत्या के अलावा कई अन्य गंभीर मामले भी दर्ज हैं। वह हत्या के बाद से ही फरार था और लगातार स्थान बदलकर छिप रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे मुरादाबाद पुलिस को सौंप दिया गया है। मुरादाबाद पुलिस अब उससे पूछताछ कर हत्या की साजिश और इसमें शामिल अन्य आरोपितों के बारे में जानकारी जुटा रही है। अनुज चौधरी हत्याकांड न केवल मुरादाबाद बल्कि पूरे क्षेत्र में राजनीतिक हलचल मचा दी थी। भाजपा नेताओं ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताई थी और त्वरित कार्रवाई की मांग की थी। आरोपी के पकड़े जाने के बाद पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के बाद इस मामले से जुड़े अन्य राज सामने आएंगे।

--पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के करीबी थे अनुज चौधरी अनुज चौधरी की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर तमाम भाजपा नेताओं के साथ के फोटो वायरल हुए थे। अनुज चौधरी भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बेहद करीबी बताए जाते थे। स्वतंत्र देव सिंह के साथ लिए गए फोटो इसका प्रमाण भी हैं। अनुज चौधरी के जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं उसमें उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी व अन्य भाजपा के नेता शामिल हैं।

--भाजपा समर्थित ब्लॉक प्रमुख संतोष देवी के खिलाफ अनुज चौधरी लाए थे अविश्वास प्रस्ताव असमोली की भाजपा समर्थित ब्लॉक प्रमुख संतोष देवी के खिलाफ क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे अनुज चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। अनुज चौधरी ने 100 सदस्य अपने साथ होने का दावा किया था और इनके शपथपत्र भी जिलाधिकारी को दिए थे। इस प्रक्रिया के दौरान ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी जाती दिखाई दे रही थी लेकिन अचानक से शासन की ओर से आदेश जारी किया गया कि अब दो वर्ष तक ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता।

--अनुज को मारी गईं थीं पांच गोलियां, दो गोली सिर में, एक सीने में और दो गोलियां पेट में मुरादाबाद में भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या में दो हथियार इस्तेमाल किए गए थे। सिर और पेट में फंसी मिलीं दो बुलेट से पता चला कि 315 बोर का तमंचा और पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था। अनुज को पांच गोलियां मारी गईं थीं। दो गोली सिर, एक सीने और दो गोलियां पेट में मारी गई थीं। सिर में मारी गई गोलियों से भेजा उड़ गया था जबकि पेट में मारी गई गोलियों से आंतें छलनी हो गई थीं। सीने में मारी गई गोली से दिल और फेफड़ा फट गए थे।