उमेश पाल हत्याकांडः सुरक्षा की मांग को लेकर अशरफ पहुंचा हाईकोर्ट
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए न्यायिक कार्यवाही पूरी करने की मांग
प्रयागराज, 14 मार्च । उमेश पाल हत्याकांड में नामजद किए गए अतीक के भाई अशरफ उर्फ खालिद अजीम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर सुरक्षा की मांग की है। कोर्ट इस मामले में तिथि तय होने के बाद सुनवाई करेगी। उधर, अशरफ ने जिला न्यायालय इलाहाबाद में भी सीजीएम कोर्ट के समक्ष इसी मांग को लेकर अर्जी दाखिल की है। कहा है कि उनकी न्यायिक प्रक्रिया को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूरा किया जाए।
अशरफ ने अपनी अर्जी में कहा है कि वह उमेश पाल अपहरण कांड में इलाहाबाद की विशेष अदालत एमपी-एमएलए के आदेशानुसार न्यायिक अभिरक्षा में बरेली जिला जेल-द्वितीय में निरुद्ध है। उसे मीडिया में आई खबरों के माध्यम से 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या की जानकारी हुई है। इस मामले में सदाकत अली को न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध किया गया है। उसे अधिवक्ता द्वारा इस आरोपित के न्यायिक अभिरक्षा ंवारंट के साथ संलग्न प्राथमिकी की प्रति के अवलोकन से यह ज्ञात हुआ कि उसे भी इस प्राथमिकी में नामित किया गया है।
समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों से यह विश्वास हो गया है कि उसे भी इस मुकदमे में गिरफ्तार किए जाने के पश्चात न्यायिक अभिरक्षा में लेने की प्रक्रिया में तत्परता से विधि विशेषज्ञों के साथ टीम लगी हुई है। क्योंकि वह निरुद्ध है और कहीं बाहर नहीं जा सकता है। ऐसी स्थिति में विवेचक से उसकी गिरफ्तारी-न्यायिक अभिरक्षा के सम्बंध में आख्या तलब कर ली जाए।
यदि विधि अनुसार न्यायिक अभिरक्षा आवश्यक हो तो वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए न्यायिक कार्यवाही को पूरा किया जाए। हाईकोर्ट में इस मामले में फिलहाल अभी कोई तिथि तय नहीं है। जबकि जिला न्यायालय की सीजीएम कोर्ट ने धूमनगंज पुलिस से आख्या तलब कर सुनवाई के लिए 15 मार्च की तिथि तय की है।