राहुल की शिकायत पर ट्विटर का जवाब, फॉलोअर्स की संख्या सही और सार्थक

राहुल की शिकायत पर ट्विटर का जवाब, फॉलोअर्स की संख्या सही और सार्थक

राहुल की शिकायत पर ट्विटर का जवाब, फॉलोअर्स की संख्या सही और सार्थक

नई दिल्ली, 27 जनवरी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टि्वटर के सीईओ पराग अग्रवाल को पिछले महीने पत्र लिखकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके फॉलोअर्स की संख्या लगातार घटने की शिकायत की थी, जिसके जवाब में माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ने गुरूवार को कहा कि उनके फॉलोअर्स की संख्या ‘सही और सार्थक’ है।

ट्विटर के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि कंपनी की नीति उनके मंच पर हेरफेर और स्पैम के प्रति ‘जीरो टोलरेंस’ की रहती है। फॉलोअर्स की संख्या सबको दिखाई देती है। कंपनी चाहती है कि यह संख्या सही रहे और लोगों का इसपर विश्वास बना रहे। ट्विटर हेरफेर और स्पैम के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रखता है। इन्हें हटाने के लिए कंपनी ने एक स्वयं से सीखने और काम करने वाला बड़े स्तर का टूल लगाया है।

ट्विटर ने आगे कहा कि उसने अपनी नीति के खिलाफ काम करने वाले लाखों ट्विटर अकाउंट हटाए हैं। इस बारे में उसकी लेटेस्ट ट्रांसपेरेंसी सेंटर की अपडेट देखी जा सकती हैं। कुछ खातों में मामूली अंतर दिखाई देता है, कुछ मामलों में संख्या अधिक हो सकती है।



कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर के सीईओ को लिखे पत्र में कहा था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अनजाने में देश में फ्री स्पीच को नियंत्रित करने के प्रयास में साथ दे रहा है। पिछले साल दिसंबर में लिखे गए पत्र में राहुल ने कहा था कि हर माह उनके फॉलोअर्स की संख्या में लाखों का इजाफा हो रहा था। उनके खाते को आठ दिन के लिए निलंबित किए जाने के बाद से फॉलोअर्स बढ़ने का क्रम रूक सा गया है। उन्होंने अपने खाते से जुड़े विश्लेषण और अन्य खातों से तुलना को भी सामने रखा है।



उन्होंने लिखा कि पिछले कुछ महीनों में उन्होंने दुष्कर्म पीड़िता, किसानों के साथ एकजुटता और मानवाधिकार के कई मुद्दों को उठाया है। सरकार कृषि कानूनों को वापिस लेगी यह वाला उनका वीडियो ट्विटर पर सबसे ज्यादा देखा गया है।



राहुल ने कहा कि ट्विटर इंडिया से जुड़े लोगों ने उन्हें सूचित किया है कि उनकी आवाज को दबाने के लिए सरकार की ओर से उन पर अत्यधिक दबाव हैं। उनका खाता बिना किसी वैध कारण के कुछ दिनों के लिए निलंबित भी कर दिया गया था। सरकारी ट्विटर खातों सहित कई अन्य ट्विटर खातों से भी वही तस्वीरें साझा की गई थी जिसे उन्होंने ट्वीट किया था। उन खातों में से कोई भी निलंबित नहीं किया गया था। केवल उन्हीं के खाते को विशेष रूप से निशाना बनाया गया।



घटनाक्रम पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सरकार सोशल मीडिया पर जबरन दमन करने की कोशिश कर रही है। ये जनसंचार के वैकल्पिक माध्यम हैं। हमारे नेताओं विशेषकर राहुल गांधी की पहुंच को कम करने के लिए इन चैनलों पर मनमाने ढंग से खातों को ब्लॉक और निलंबित करने का दबाव डालना असल में असंतोष को रोकने का एक प्रयास है।