इस बार पाकिस्तान की सरहद पर सैनिकों के बीच दिवाली मनाएंगे प्रधानमंत्री
नौशहरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में दिवाली मनाने के लिए सेना के जवानों में उत्साह
नई दिल्ली, 04 नवम्बर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल की तरह इस बार भी जवानों के साथ दीपावली मनाने की तैयारी में हैं।फिलहाल पीएम के इस कार्यक्रम को टॉप सीक्रेट रखा गया है लेकिन पता चला है कि प्रधानमंत्री इस बार पाकिस्तान की सीमा पर जम्मू-कश्मीर में नौशहरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाएंगे।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह दूसरा मौका है, जब पीएम राजोरी जिले में दिवाली मनाने पहुंचेंगे। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे पहले से ही जम्मू क्षेत्र के दौरे पर हैं, इसलिए वह भी दिवाली के जश्न में प्रधानमंत्री के साथ शामिल हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल दीपावली का त्योहार सैनिकों के साथ मनाने के लिए देश के किसी न किसी बॉर्डर पर जाते हैं। पीएम मोदी इस दौरान जवानों से मुलाकात करते हैं, उनके साथ वक्त बिताते हैं और मिठाई खिलाते हैं। पीएम मोदी ने इससे पहले जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड समेत अन्य जगहों पर जवानों के बीच जाकर दिवाली मनाई है। प्रधानमंत्री ने 2016 में उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सरहद पर माणा में तैनात भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में खुशियों का त्योहार दीपावली जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में तैनात जवानों के साथ मनाया था। इसी तरह 2018 में पीएम मोदी ने उत्तराखंड में चीन के बार्डर पर तैनात सेना के जवानों और आईटीबीपी के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।
जम्मू-कश्मीर से 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार पहुंचे प्रधानमंत्री ने राजोरी जिले के नौशहरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में तैनात जवानों के बीच दिवाली मनाई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने जवानों के शौर्य और पराक्रम की सराहना करने के साथ ही दिवाली के पर्व पर शुभकामनाएं दीं। राजोरी से लौटते वक्त पीएम मोदी ने पठानकोट एयरबेस पर एयर वॉरियर एवं अन्य कर्मियों संग दिवाली मनाई थी। पीएम मोदी ने पठानकोट एयरबेस में लड़ाकू विमानों का भी जायजा लिया था। प्रधानमंत्री ने पिछले साल भी पाकिस्तान से लगी जैसलमेर (राजस्थान) के लोंगेवाला सीमा पर जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। उन्होंने उस दौरान जिस अर्जुन टैंक पर सवारी की थी, उसके उन्नत संस्करण स्वदेशी मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन एमके वन- ए टैंकों की आपूर्ति के लिए 23 सितम्बर को एचएएल को ऑर्डर दिया जा चुका है।
हालांकि इस बार अभी तक प्रधानमंत्री के दिवाली कार्यक्रम की अधिकृत घोषणा नहीं की गई है लेकिन प्रधानमंत्री के इस बार पाकिस्तान की सीमा पर जम्मू-कश्मीर में नौशहरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने काी खबर है। यह वही जगह है, जहां 1947 में पाकिस्तान की शह पर कबायलियों ने दीपावली के दिन ही राजौरी जिले पर हमला कर मारकाट मचाकर सैकड़ों लोगों को शहीद कर दिया था। स्थानीय लोगों और सेना ने इस हमले का बहादुरी से सामना किया था। 12 अप्रैल, 1948 तक चली कार्रवाई में सेना ने कबायलियों को खदेड़ राजौरी को वापस लिया था। दीपावली के दिन राजौरी में हर साल कबायली हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है। वह दोपहर एक बजे तक जवानों के साथ रहेंगे। पीएम के आने की सूचना से जवान भी बेहद उत्साहित हैं। सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
प्रधानमंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, सेना प्रमुख एमएम. नरवणे भी शामिल हो सकते हैं। जनरल नरवणे पहले से ही जम्मू क्षेत्र के दौरे पर हैं। उन्होंने आज जम्मू क्षेत्र में अग्रिम इलाकों की हवाई टोही की। उन्हें कमांडरों ने नियंत्रण रेखा पर मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में भी जानकारी दी। भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे और सिख लाइट इन्फैंट्री के कर्नल ने नौशेरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्रों में तैनात सिख लाइट इन्फैंट्री बटालियन के सैनिकों के साथ दौरा किया और बातचीत की। जनरल नरवणे ने उनके सैनिक उत्साह और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए उनकी सराहना की।