झूठ बोलने में अखिलेश और राहुल में होड़ : महेन्द्र सिंह

सरयू नहर परियोजना पर आए अखिलेश यादव के बयान पर जलशक्ति मंत्री का पलटवार

झूठ बोलने में अखिलेश और राहुल में होड़ : महेन्द्र सिंह

लखनऊ, 12 दिसम्बर । योगी सरकार के जलशक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहाकि देश में पहले कहा जाता था कि झूठ बोलने में राहुल गांधी सबसे आगे हैं। लोग कहते थे कि झूठ बोलने में उन्हें ही गोल्ड मेडल मिलेगा लेकिन मौजूदा समय में परिस्थितियां बदली हुई हैं। झूठ बोलने के मामले में राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनौती दे रहे हैं। अब दोनों नेताओं के बीच झूठ बोलकर गोल्ड मेडल हासिल करने में होड़ लगी है।

पहले की सरकारों ने भी सिंचाई विभाग की बड़ी-बड़ी परियोजनाओं की कल्पना की। उसे पूरा करने की कोशिश की, लेकिन कुछ संयोग से वह उसे धरातल पर उतार न सके। 11 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण किया तो उन्होंने देश भर की तमाम अधूरी परियोजनाओं की समीक्षा भी की। पता चला कि उसमें से 99 ऐसी परियोजनाएं हैं जो किन्हीं कारण पूरी नहीं हो पायीं। केन्द्र की मौजूदा सरकार उसे पूरा कर रही है। उसी में से एक उत्तर प्रदेश की सरयू नहर परियोजना रही। इस परियोजना की वर्ष 1978 में जब शुरुआत की गयी, तब इसकी लागत 78 करोड़ थी। 1982 में इसे नौ जिलों की परियोजना घोषित की गयी। फिर पूरे भारत की सबसे बड़ी परियोजना बनी। धीरे-धीरे यह 78 करोड़ वाली परियोजना नौ हजार 802 करोड़ की बन गयी। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने ऐसी परियोजनाओं को गति देने की कोशिश की लेकिन उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार ने कोई रुचि नहीं दिखाई। पहली बार वर्ष जनवरी 2018 में इस परियोजना पर तेजी से काम शुरू हुआ।

डॉ. महेन्द्र सिंह ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि पूर्व सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्री ने कभी इस परियोजना को लेकर स्थलीय निरीक्षण नहीं किया। उस सरकार ने एक भी बैठक तक नहीं की। इस परियोजना से जुड़े नौ जिलों के जिलाधिकारियों से फोन पर सैकड़ों बार बात की है। हर जिले में कई बार स्थलीय निरीक्षण किया है। मुख्यमंत्री ने हर दो माह पर समीक्षा बैठक की। हमने साप्ताहिक समीक्षा बैठक की। तब यह परियोजना परवान चढ़ सकी। उन्होंने कहा कि हम यह सब इसलिए बता रहे हैं ताकि मीडिया के माध्यम से जनता के साथ ही उन्हें भी जानकारी प्राप्त हो जाए जो अपने कार्यकाल में इसे पूर्ण हुआ बता रहे हैं।
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार में नहर के माध्यम से एक बीघा भूमि की भी सिंचाई नहीं की गयी है। हमारी सरकार में नहरों के माध्यम से 20 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की गयी है। इसे 25 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाएंगे। मतलब पांच साल में 25 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई का रिकार्ड के साथ उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। आजाद भारत में पहली बार यह हो रहा है।

गौरतलब है कि 11 दिसम्बर को पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा था कि सरयू नहर परियोजना का दो तिहाई कार्य उनकी सरकार में ही पूरा हो गया था। मौजूदा भाजपा सरकार फीताकाटकर अपना बता रही है। इसी पर योगी सरकार के जलशक्ति मंत्री ने विस्तार से विषय रखा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की पहले क्या लागत थी और पूरी होने तक क्या हो गयी। कब-कब कितना बजट जारी हुआ और किसकी सरकार में कितना कार्य किया गया।