महिलाओं के हाथ में है परिवार के स्वास्थ्य की कुंजी : प्रो जीएस तोमर

महिलाओं के हाथ में है परिवार के स्वास्थ्य की कुंजी : प्रो जीएस तोमर

महिलाओं के हाथ में है परिवार के स्वास्थ्य की कुंजी : प्रो जीएस तोमर

प्रयागराज, 06 मार्च । विश्व आयुर्वेद मिशन के अध्यक्ष प्रो. जी.एस तोमर ने श्री अन्न (मोटा अनाज) सुपोषण एवं महिला स्वास्थ के विषय में कहा कि परिवार के स्वास्थ्य की कुंजी महिलाओं के हाथ में है। यदि परिवार की महिलायें मोटे अनाज का प्रयोग करने का संकल्प करें तो स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेक समस्याओं से अपने परिवार को बचा सकती हैं।

--महिलाओं का स्वस्थ रहना परिवार व देश विकास के लिए आवश्यक : डॉ शान्ति चौधरी

यह बातें प्रो. तोमर ने सोमवार को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशिष्ट व्याख्यान एवं नारी शक्ति पुरस्कार वितरण समारोह में सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं की जागृति बहुत आवश्यक है। ज्वार, बाजरा, रागी, रामदाना, कुट्टू जैसे मोटे अनाज को दैनिक भोजन में शामिल करने से न केवल स्वास्थ्य सम्बन्धी लाभ होगा अपितु हमारे देश को आर्थिक लाभ भी होगा।



विशिष्ट अतिथि डॉ. शान्ति चौधरी लेखिका एवं समाज सेविका पूर्व चिकित्सा शोध अधिकारी मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज ने महिलाओं के स्वास्थ्य सम्बन्धी जागरूकता से जुडे मुद्दों पर व्याख्यान दिया। कहा कि महिलाओं का स्वस्थ रहना परिवार और देश के विकास के लिए अत्यन्त आवश्यक है। महिलाओं को अपने स्वस्थ खान-पान और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक रहना चाहिए। भारतीय संस्कृती को और भारतीय जीवन शैली को अपनाने में ही भारतीय महिलाओं का कल्याण निहित है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता परिसर के निदेशक प्रो. ललित कुमार त्रिपाठी ने करते हुए आज के परिस्थिति में भारतीय महिलाओं की सशक्त भूमिका को बताते हुए कहा कि महिला ही परिवार का मूल आधार है। वह राष्ट्र, समाज, परिवार की निर्माता है। उसका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उत्कृष्ट कार्य करने के लिए परिसर की शिक्षिकाओं, कर्मचारियों तथा छात्राओं को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिसमें डॉ. मोनाली दास, डॉ. अपराजिता मिश्रा, मंजू, अंजू मिश्रा, शालू, आरती पटेल, साधना, शिल्पा, अनन्दीता, नम्रता आदि ने नारी शिक्त पुरस्कार प्राप्त किया।

--महिलाओं को डिजिटल साक्षरता के स्तर को बढ़ाना आवश्यक : डॉ अपराजिता

इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की संयोजिका पाण्डुलिपि विज्ञान विभाग की अध्यक्षा डॉ. अपराजिता मिश्रा ने कहा कि भारतीय समाज में महिलाओं का अत्यन्त गौरवपूर्ण स्थान रहा है। महिलाओं को डिजिटल साक्षरता के स्तर को बढ़ाना आज के डिजिटल तकनीकि के युग में आवश्यक है, जिससे वह विस्तृत अवसरों से वंचित न रह जाएं। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मोनाली दास ने किया। इस अवसर पर प्रो. जनार्दन प्रसाद पाण्डेय ‘मणि’, प्रो. रामकृष्ण पाण्डेय ‘परमहंस’, प्रो.मनोज कुमार मिश्र, प्रो. देवदत्त सरोदे, डॉ. मनीष जुगरान आदि उपस्थित रहे।