महानता का कारक व्यक्ति का कार्य होता है,उम्र नहीं: योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने आदिवासी महानायक बिरसा मुंडा जयंती पर उनके बलिदान का किया स्मरण

महानता का कारक व्यक्ति का कार्य होता है,उम्र नहीं: योगी आदित्यनाथ

वाराणसी,15 नवम्बर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को आदिवासी महानायक बिरसा मुंडा की जयंती पर उनके बलिदान और शौर्य को नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माता के महान सपूत, राष्ट्र नायक, स्वाधीनता संग्राम सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 146 वीं जयंती पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा व मार्गदर्शन में भव्यता व हर्षोल्लास से मना रहा है। उस कालखंड में स्वयं को बलिदान करने वाले जनजातीय समाज के भगवान बिरसा मुंडा आज के झारखंड राज्य में 1875 में 15 नवंबर को जन्मे थे। महानता का कारक व्यक्ति का कार्य होता है,उम्र नहीं । 25 वर्ष की आयु में स्वाधीनता, जनजाति के उत्थान के लिए उन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया।

आजादी के अमृत महोत्सव की शृंखंला में चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल में बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस को मुख्यमंत्री सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन "जनजातीय गौरव दिवस" के रूप में मनाए जाने के निर्णय से जनजातीय समाज के लोगों का मनोबल ऊंचा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महानायक बिरसा मुंडा अंग्रेजों की कुटिलता का शिकार हुए। उनका बलिदान, त्याग भारत की स्वाधीनता का मंत्र बन गया और देखते-देखते फिर 47 वर्ष से कम अवधि में भारत को स्वाधीनता हासिल हो गई। स्वाधीनता का तात्पर्य हम अपने अनुसार नीतियां बनाकर समाज के सम्मान व स्वावलंबन हेतु कार्यक्रमों को बढ़ाएं।

मुख्यमंत्री ने महामारियों का किया उल्लेख


गौरव दिवस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 100 वर्ष पूर्व देश में आई महामारी का जिक्र कर कहा कि तब महामारी से 2.5 करोड़ लोग मरे थे, तब देश पराधीन था। न उपचार, न टेस्ट , न टीका, न अन्न की व्यवस्था थी। 100 वर्ष बाद कोरोना महामारी आती है, स्वाधीन भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में महामारी का कैसे नियंत्रण किया गया, सबने देखा। सरकार ने सबको अन्न, बृद्धाें, दिव्यांग जनों आदि को पेंशन, उद्यमियों को ऋण, स्ट्रीट वेंडरों को स्वनिधि योजना से लाभ, देश के अंदर 80 करोड़ को मुफ्त खाद्यान्न व 130 करोड़ लोगों को फ्री वैक्सीनेशन, फ्री टेस्ट, सारी सुविधाएं फ्री दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश के 110 करोड़ लोगों को तथा उत्तर प्रदेश में 14 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना प्रबंधन सबसे अच्छा देश में हुआ। प्रधानमंत्री कहते हैं वह शासक नहीं, सेवक के रूप में कार्य करते हैं। इसी देश की स्वाधीनता के लिए भगवान बिरसा मुंडा ने अपने को बलिदान किया।



जनजातीय समाज भारत की संपदा का रक्षक

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज भारत की संपदा का रक्षक रहा है। देश के अनमोल रत्नों की रक्षा का निरंतर कार्य किया। इसके बावजूद 2014 के पहले की सरकारों के पास इतनी फुर्सत नहीं थी कि इस समाज के बारे में सोच सके। मगर 2014 के बाद और खासकर के 2017 के बाद सरकार ने ऐसे कई कार्य किए जिससे जनजातीय समाज का उत्थान और कल्याण हुआ। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनजाति उत्थान के कार्य कर रही है। वन्य गांवों को राजस्व गांव की मान्यता दी जा रही है। कार्यक्रम में खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री का स्वागत जन जातीय परम्परा के अनुसार हुडुक जोड़ी बजाकर किया गया।

कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति

कार्यक्रम में प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी, महापौर मृदुला जायसवाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव, विधायक सुशील सिंह आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन भाजपा विधि प्रकोष्ठ के काशी क्षेत्र संयोजक अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने किया।