हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद जितेंद्र का पार्थिव शरीर शुक्रवार को पहुंचेगा सीहोर

हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद जितेंद्र का पार्थिव शरीर शुक्रवार को पहुंचेगा सीहोर

हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद जितेंद्र का पार्थिव शरीर शुक्रवार को पहुंचेगा सीहोर

भोपाल/सीहोर, 09 दिसम्बर । तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वालों में सीडीएस बिपिन रावत के पीएसओ (पर्सनल सिक्युरिटी आफिसर) जितेंद्र वर्मा (32) भी हैं। मप्र की माटी के लाल जितेंद्र के निधन से सीहोर जिले की इछावर तहसील अंतर्गत उनके गृह ग्राम धामंदा में शोक का माहौल है। गुरुवार को सुबह से ही जनप्रतिनिधियों का उनके घर पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया, जो शाम तक जारी रहा।

गुरुवार को दोपहर में सेना की एक टीम भी शहीद जितेंद्र के घर पहुंची और जांच के लिए उनकी मां का डीएनए सैंपल लिया। इसके बाद टीम वहां से वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गई। बताया जा रहा है कि शहीद जितेंद्र का पार्थिव शरीर शुक्रवार को देर रात हेलीकॉप्टर से उनके गृह ग्राम लाया जाएगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। शहीद जितेंद्र के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा भी शामिल हो सकते हैं। जिला प्रशासन द्वारा शहीद के अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं।



शहीद जितेंद्र के चाचा सुंदरलाल वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जितेंद्र की पत्नी सुनीता से बात करने के लिए दो बार फोन पर संपर्क किया लेकिन उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण बात नहीं हो सकी। मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि जितेंद्र सेना का लिए समर्पित थे। वह अपने बेटे को भी पढ़ा लिखाकर देश सेवा में भेजना चाहते थे। वह 15 दिन पहले ही ड्यूटी पर गये थ। जितेंद्र ने मंगलवार को ही घर पर सबसे बात की थी।

उन्होंने बताया कि साल 2011 में जितेंद्र सेना में भर्ती हुए थे। उनके निधन की खबर से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी मां की तबियत खराब है, इसलिए उन्हें जितेंद्र के निधन की खबर नहीं दी गई है। जितेंद्र के परिवार में पिता शिवराज वर्मा, मां धापी बाई के साथ ही उनके दो भाई, दो बहनें हैं। जितेंद्र की चार साल की बेटी श्रीव्या और डेढ़ साल का बेटा चैतन्य भी है। पिता किसान हैं।