कहीं देवी को प्रकृति स्वरूप में तो कहीं मयूर पर कराए गए दर्शन
लखनपुरी के मंदिरों में अलग-अलग ढंग से रोज किया जा रहा श्रृंगार
लखनऊ, 04 अप्रैल । चैत्र नवरात्रि पर लखनपुरी के देवी मंदिरों में माता का दिव्य श्रृंगार भी अलग-अलग ढंग से किया जा रहा है। कहीं माता को मूयर पर विभूषित दिखाया गया तो कहीं मां को प्रकृति स्वरूप में दर्शन कराए गए। कहीं-कहीं नारंगी रंग में देवी की आभा बिखरी हुई दिख रही तो कहीं गुलाबी रंग में भक्त देवी के दर्शन कर रहे हैं। नवरात्रि की तृतीया तिथि, सोमवार को आदि शक्ति मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघण्टा माता की पूजा की गई। भक्तों ने मात के इसी विग्रह की पूजा की।
ठाकुरगंज, नेपियर रोड स्थित मां पूर्वी देवी मंदिर में माता के प्रकृति स्वरूप के दर्शन कराए गए। यहां माता का दरबार हरी पत्तियों और पीले गेंदे के फूलों से सजाया गया। यहां माता के दरबार को घण्टियों और नारियल से भी सजाया गया। उन्होंने सुंदर वस्त्र आभूषण धारण कराए गए। भक्तों ने माता के इस दिव्य श्रृंगार के लिए दर्शन किए। माता का श्रृंगार अभय श्रीवास्तव और आंचल श्रीवास्तव ने किया। माता को नारियल, केला और दूध की बर्फी का भोग लगाया गया। यहां पं. शिव प्रसाद शुक्ल ने दुर्गा सप्तशती का पाठ किया और हवन कराया।
शास्त्री नगर स्थित श्रीदुर्गा जी मंदिर में माता के दरबार को खिलौनों से सजाया गया। इसके अलावा माता श्रृंगार फल और मेवे से किया गया। मंदिर के सेवक सनोज मिश्रा ने बताया कि यहां रोज अलग-चीजों से श्रृंगार किया जाता है और श्रृंगार में चढ़ी चीजें भक्तों मे प्रसाद स्वरूप में बाट दी जाती है। खिलौने बच्चों को बाट दिए जाएंगे।
इसके अलावा चौपटियां स्थित संदोहन देवी मंदिर में माता को मयूर पर विराजमान दर्शाया गया। इस मंदिर में माता को रोज अलग-अलग वाहन पर विराजित दिखाया जा रहा हैं। वहीं बख्शी का तालाब स्थित 51 शक्तिपीठ मंदिर में माता का श्रृंगार नारंगी रंग में किया गया। इसके अलावा शहर अन्य मंदिरों में भिन्न-भिन्न तरह अलौकिक श्रृंगार किए जा रहे हैं। भक्त अपने-अपने ढंग से अपनी श्रद्धा अर्पित कर रहे हैं।