शशि सिंह हत्याकांड का खुलासा
हत्या का मुख्य अभियुक्त छोड़ दो गिरफ्तार
कौशाम्बी, 03 अप्रैल। पश्चिम शरीरा कोतवाली पुलिस ने रविवार को शशि सिंह हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने वारदात के मुख्य अभियुक्त को छोड़ दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की कहानी में बताया गया कि 3 बदमाश चोरी की नियत से शशि सिंह के घर मे 25-26 मार्च की रात घुसे थे। मृतक महिला ने उन्हें पहचान लिया। जिसके चलते उन्होंने उसका गला चाकू से काट कर मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देकर बदमाश मौके से फरार हो गए। जिन्हें पुलिस ने बड़ी मेहनत कर यमुना नदी की ओर जाने वाले रास्ते से दबिस देकर पकड़ा है। हालांकि वारदात का मुख्य बदमाश पुलिस की पकड़ से कोसों दूर बताया जा रहा है।
एडिशनल एसपी समर बहादुर ने बताया, 25-26 की रात अमीना गोराजू गांव में घर के बेड पर 40 वर्षीय महिला शशि सिंह की लाश रक्त-रंजित हालत में मिली। घटना स्थल का मुआयना कर सबूत एकत्रित किए गए। मृतक महिला के पति ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। हत्याकांड की तहकीकात में मुस्ताक पुत्र तूफान अली, निवासी मुलानी थाना करारी, भोला पासी पुत्र सतन पासी निवासी अमीना गोराजू एवं दीपक साहू पुत्र नन्द लाल निवासी बियावल मऊ जनपद चित्रकूट का नाम सामने आया। पुलिस ने बड़ी मेहनत से भोला पासी व दीपक साहू को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अभी मुस्ताक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है। बदमाशों के कब्जे से आलाकत्ल चाकू बरामद किया गया है। पुलिस को दिये अपने बयान में बदमाशों ने हत्या के पीछे चोरी करने के दौरान पहचान हो जाना बताया है। जिसके चलते बदमाशों ने हत्या की।
शशि सिंह हत्या कांड के खुलासे में पुलिस अधिकारी कई अनसुलझे सवालों का जवाब देने से कतराते रहे। जिसमें प्रमुख रूप से वारदात के 10 दिन बाद भी हत्या का मुख्य अभियुक्त थाना पुलिस क्यों नहीं गिरफ्तार कर सकी। जबकि वारदात के बाद से ही खुलासे में सामने लाये गए बदमाश दीपक और भोला पासी को गिरफ्तार होने की बात कही जा रही थी। बड़ा सवाल महिला की लाश का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर ने सामूहिक दुष्कर्म की आशंका में स्लाइड प्रिजर्व कर जांच के लिए लैब भेजा था। जिसकी रिपोर्ट पुलिस की जांच में शामिल हुई या नहीं हुई। इसकी जानकारी देने में पुलिस अधिकारी कतरा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि वारदात के बाद से गांव में खुलासे को लेकर थाना पुलिस की खूब किरकिरी हो रही थी। जिसके कारण थाना पुलिस ने बिना मुख्य अभियुक्त मुस्ताक को गिरफ्तार किए ही खुलासा कर दिया है। खुलासे की दौरान एडिशनल एसपी समर बहादुर यह बताने से कतराते रहे कि लाश की पास मिलने वाला अवैध तमंचा किस बदमाश का था और क्या मृतक के साथ कोई अनहोनी तो नहीं हुई।