'भाजपा' गंगा यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी जैसी पार्टी : केशव प्रसाद मौर्या
साढ़े 12 लाख कीमत से तैयार कौशांबी बस डिपो का लोकार्पण
कौशांबी, 08 जनवरी । प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को मंझनपुर स्थित रोडवेज बस डिपो का लोकार्पण किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी की नई परिभाषा जनता के सामने रखी।
उन्होंने बताया कि जैसे गंगा यमुना और सरस्वती नदी मिलकर त्रिवेणी बनाती है, उसी की तरह भाजपा अगड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित वर्ग मिलाकर त्रिवेणी बनाती है। डिप्टी सीएम ने मंच से सपा मुखिया का नाम लेना नहीं भूले, उन्होंने कहा अखिलेश यादव 2022 के चुनाव की तैयारी छोड़ 2027 की तैयारी करें। प्रदेश में फिर से भाजपा सरकार बनाने जा रही है। बस डिपो का लोकार्पण का जिक्र कर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा पिछले 10 दिनों में कौशांबी को जितनी विकास की सौगात मिली है, वह 50 सालों में भी नहीं मिली थी।
मंझनपुर मुख्यालय स्थित बस डिपो साढ़े 12 लाख कीमत से तैयार किया गया है। जिसका सपना जिला बनाने के बाद बसपा चीफ व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने देखा और भूमि अधिग्रहण का काम शुरू कराया। बावजूद इसके बसपा और सपा की सरकार में बस डिपो का निर्माण शुरू नहीं हो सका। कभी सरकारी धन तो कभी भूमि अधिग्रहण बीच में रोड़ा बनता रहा। भाजपा की सरकार में 8 अगस्त 2018 को तत्कालीन परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बस डिपो की आधारशिला रख भूमि पूजन किया। जो साढ़े 3 साल में बनकर न सिर्फ तैयार हुआ बल्कि शनिवार को जनता को समर्पित कर दिया गया।
यूपी विधानसभा चुनाव आचार संहिता लगने से पहले प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने डिपो का लोकार्पण आनन-फानन में किया। जिसमें रोड वेज के अधिकारियों ने पोर्टर बैनर बनाए जाने वाले फ्लैक्स पर कौशांबी बस डिपो लिखा स्टीकर चस्पा कर बस को हरी झंडी दिखाई। अव्यवस्था के आलम में रोडवेज अफसर प्रयागराज फ़तेहपुर व चित्रकूट डिपो की पांच बस ही एकट्ठा कर सके। हालाकि कौशांबी बस डिपो से 50 बस लखनऊ, चित्रकूट, कानपुर, बांदा, दिल्ली, महोबा, झासी, आगरा एवं स्थानीय कस्बा स्तर पर चलाई जानी है। बावजूद इसके अफसर कार्यक्रम में महज रस्म अदायगी करते रहे।