शारदीय नवरात्रि: कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त रविवार दोपहर साढ़े 12 बजे तक
शारदीय नवरात्रि: कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त रविवार दोपहर साढ़े 12 बजे तक
श्री हरि ज्योतिष संस्थान के संचालक पंडित सुरेंद्र शर्मा ने शनिवार को बताया कि इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर रविवार से प्रारंभ होकर 23 अक्टूबर मंगलवार को दुर्गा नवमी के साथ संपूर्ण होंगे।
रविवार को शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 11 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक है। कलश स्थापना के लिए इस साल केवल 46 मिनट का समय रहेगा। इस मुहुर्त में आप कलश स्थापना कर सकते हैं। 24 अक्टूबर को विजयादशमी दशहरा का पर्व मनाया जाएगा।
पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि सनातन धर्म में नवरात्रि को बहुत पवित्र पर्व माना जाता है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में वैसे तो सालभर में चार बार नवरात्रि मनाई जाती हैं। चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा दो गुप्त नवरात्रि होती हैं, लेकिन शारदीय नवरात्रि का महत्व सबसे खास होता है। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत अश्विन माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से होती है।
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 14 अक्टूबर शनिवार को रात्रि 11 बजकर 24 मिनट से प्रारंभ हो रही है। यह तिथि 15 अक्टूबर रविवार को देर रात 12 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि को देखते हुए शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर रविवार से शुरू होगी।
पंडित ने बताया कि नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक मांआदिशक्ति के नौ स्वरूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री देवी की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी धरती लोक पर विचरण करती हैं और अपने भक्तों के कष्टों को हर कर उनकी मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं। इस वर्ष मां हाथी पर सवार होकर आ रही हैं ऐसे में इस बात के प्रबल संकेत मिल रहे हैं कि, इससे सर्वत्र सुख संपन्नता बढ़ेगी।