राम जन्मभूमि में स्व. कल्याण सिंह का रहा अहम किरदार : केसरीनाथ त्रिपाठी
शिक्षा जगत के कल्याण के लिए लिया था कठोर निर्णय : डॉ नरेंद्र सिंह गौर
प्रयागराज, 23 अगस्त । भाजपा कार्यालय, सिविल लाइन में महानगर प्रयागराज द्वारा पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पूर्व राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि वे राम जन्म भूमि के अहम किरदार रहे।
उन्होंने स्व. कल्याण सिंह से जुड़े आपातकाल एवं राम जन्मभूमि आंदोलन के मुकदमों का अनुभव साझा करते हुए बताया कि अपने जीवन में जिस भी पद पर रहे उस पद की मर्यादा को बनाए रखा। उन्होंने नियम और कानून का पालन करते हुए शासन चलाया और अपराधियों के ऊपर लगाम कसे। उन्होंने राम और राम भक्तों की सत्ता के लिए अपनी सत्ता को ठोकर मार दी और गुलामी का प्रतीक बाबरी मस्जिद के विध्वंस की सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली। पर राम भक्तों के पर आंच तक नहीं आने नहीं दिया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री नरेंद्र कुमार सिंह गौर ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मानव कल्याण सिंह के नेतृत्व में हमें प्रदेश सरकार की सेवा करने का और उनसे कुछ सीखने अवसर प्राप्त हुआ। उनके शासनकाल में नौजवानों, किसानों, युवाओं, महिलाओं के हित में काम किए गए और बिना किसी भेदभाव के नौजवानों को नौकरी दी गई। उन्होंने शिक्षा जगत के कल्याण के लिए नकल अध्यादेश जैसे कठोर निर्णय लिए और तकनीकी शिक्षा में विकास किया गया।
इस अवसर पर सांसद केसरी देवी पटेल, विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, अनामिका चौधरी, कमलेश कुमार, मुरारी लाल अग्रवाल, राघवेंद्र मिश्रा, रणजीत सिंह एवं शोक सभा की अध्यक्षता करते हुए भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कल्याण सिंह एक कुशल एवं अनुशासित सिपाही के रूप में पार्टी की सेवा करते रहे और वे कार्यकर्ताओं के प्रति अटूट विश्वास रखते थे।
संकट के समय धैर्य रखकर संकट का मुकाबला करते थे। उनके निधन से देश समाज और राष्ट्र की सांस्कृतिक विचारधारा की अपूरणीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई करना नामुमकिन है। अंत में कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से कामना करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। संचालन कुंज बिहारी मिश्रा ने किया।