सावरकर एक व्यक्ति नहीं एक विचार हैं : केशव प्रसाद मौर्य
सावरकर एक व्यक्ति नहीं एक विचार हैं : केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ, 28 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को अपने कैम्प कार्यालय 7- कालिदास मार्ग पर प्रखर राष्ट्रवादी नेता, विश्लेषक, लेखक, समाज सुधारक विनायक दामोदर वीर सावरकर की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सावरकर एक व्यक्ति नहीं हैं, एक विचार हैं। एक चिनगारी नहीं हैं, एक अंगार हैं। सीमित नहीं हैं, एक विस्तार हैं। मन, वचन और कर्म में जैसा तादात्म्य (मेल-जोल), जैसी एकरूपता सावरकर ने अपने जीवन में प्रकट की, वो अनूठी है, अलौकिक है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उनका व्यक्तित्व, उनका कृतित्व, उनका वक्तृत्व और उनका कवित्व सावरकर के जीवन को ऐसा आयाम प्रदान करते हैं कि विश्व के इतिहास में हमेशा याद किए जाएंगे। जब-जब कोई पराधीनता के खिलाफ संघर्ष करेगा, अन्याय के विरुद्ध लड़ाई के मैदान में कूदेगा, जब-जब जीवन के बलिदान की बेला आएगी, सावरकर याद आयेंगे। जब-जब सर्वस्व का समर्पण करके खोयी हुई स्वाधीनता को प्राप्त करने का क्षण उपस्थित होगा, स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले संसार भर के लोग जब महापुरुषों का स्मरण करेंगे और स्मरण करने के बाद बलि की वेदी पर अपने जीवन का उत्सर्ग करने के लिए आगे बढ़ेंगे, तो वीर सावरकर विश्व के उन महापुरुषों की श्रंखला में एक चमकते हुए दैदीप्यमान रत्न की तरह शोभायमान होंगे।